बरेली: अनजान लिंक पर न करें Click वरना Bank Account हो जाएगा साफ, ऐसे करें बचाव

ऑनलाइन बैंकिंग पर साइबर ठगों का जाल, 2022 में हर महीने दर्ज कराए गए सौ से ज्यादा मामले, पूरे साल रिकॉर्ड 1303 केस

बरेली: अनजान लिंक पर न करें Click वरना Bank Account हो जाएगा साफ, ऐसे करें बचाव

दिग्विजय मिश्रा, बरेली, अमृत विचार। डिजिटल दुनिया में ऑनलाइन पेमेंट करना जितना आसान और सुविधाजनक है, उतना ही जोखिम भरा भी है। ऑनलाइन बैंकिंग पर साइबर ठगों ने अपना जाल बिछा रखा है और हर दिन जालसाजी के नए-नए तरीकों से लोगों को शिकार बना रहे हैं। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक पिछले साल साइबर ठगों ने लोगों को लिंक भेजकर सबसे ज्यादा ठगी की। जिस किसी ने भी लिंक पर क्लिक किया, उसका खाता मिनटों में खाली हो गया।

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साइबर ठग अलग-अलग कंपनियों के नाम से लिंक भेजते हैं जो फिशिंग लिंक होते हैं। इन पर क्लिक करते ही स्क्रीन शेयरिंग एप डाउनलोड हो जाता है। लोग जब तक कुछ समझ पाते हैं तब तक उनका मोबाइल पे-वालेट हैक हो जाता है। ठग कुछ ही सेकेंडों में बैंक खाते में मौजूद रकम निकाल लेते हैं। त्योहारों के सीजन में लिंक भेजकर ठगी के केस ज्यादा होते हैं। कंपनियों की ओर से नए-नए ऑफर देकर ठग लोगों को जाल में फंसाते हैं। लोग यह तक नहीं पता करते कि जो मेसेज आया है, वह कंपनी का ही है या नहीं। ऐसे विज्ञापन फेसबुक और इंस्टाग्राम पर सबसे ज्यादा आते हैं।

साइबर ठगी का जाल किस कदर फैला हुआ है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिले में 2022 में ठगी के 1303 मामले दर्ज हुए। इस तरह ठगों ने हर महीने औसतन 108 लोगों से ठगी की। किसी के खाते में मौजूद सारी रकम साफ हो गई तो किसी ने समय पर सावधान होकर बड़े नुकसान से बच गया।

पुलिस भी कुछ ही लोगों के पैसे वापस दिलाने में कामयाब हो पाई। ज्यादातर खातों से निकली रकम वापस नहीं आई। साइबर मामलों के जानकार पुलिस अफसर यह भी सलाह देते हैं कि इंटरनेट का इस्तेमाल करते समय अगर कोई वेबसाइट खोलने पर ब्लॉक साइट का मेसेज दिखे तो तुरंत सावधान हो जाना चाहिए। यह वेबसाइट भी ठग नगरी का प्रवेश द्वार हो सकती है।

इन पर भी रखें शक की नजर...

1- गूगल पर कस्टमर केयर नंबर
लोग जरूरत पड़ने पर कस्टमर केयर का नंबर अक्सर गूगल पर सर्च करते हैं। साइबर ठगों ने इंटरनेट पर फर्जी कस्टमर केयर नंबरों की भरमार कर रखी है। इन पर संपर्क करते ही आप ठगों के जाल में फंसना शुरू हो जाते हैं।

2- अनजान नंबर से वीडियो कॉल
अगर अज्ञात नंबर से वीडियो कॉल आए तो फोन उठाकर सीधे कैमरे के सामने न आएं। पहले उंगली रखकर अपना कैमरा बंद कर लें। ठग अक्सर सामने एक नग्न युवती को बैठाकर फोटो ले लेते हैं और फिर ब्लैकमेल करते हैं।

3- कोई बैंककर्मी बताकर करे फोन
कोई बैंक कभी फोन पर बैंक डिटेल नहीं मांगता। अगर कोई खुद को बैंक कर्मी बताकर फोन पर आपसे बैंक संबंधी जानकारी, ओटीपी या केवाईसी के बारे में पूछे तो उसे कोई भी जानकारी देने से बचें वर्ना ठगी के शिकार हो जाएंगे।

जन शिकायत प्रकोष्ठ में भी 1250 मामले
एसएसपी अखिलेश कुमार चौरसिया के जन शिकायत प्रकोष्ठ में भी 2022 में सुनवाई के दौरान ठगी के अलग-अलग 1250 मामले आए। इन्हें एसएसपी ने संबंधित थानों को भेज दिया।

ऐसे बच सकते हैं साइबर ठगी से

-किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
-फ्री गिफ्ट देने का वादा करने वाली कॉल पर सतर्क रहें, उन्हें कोई जानकारी न दें।
-अपने पासवर्ड को नियमित रूप से बदलते रहें।
-ठगी हो जाए तो तत्काल हेल्पलाइन नंबर 1930 पर सूचना दें, ताकि धनराशि खाते में होल्ड कराई जा सके।
-किसी भी वेबसाइट पर व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से पहले अच्छी तरह उसकी जांच कर लें।
-ऑनलाइन सेवाएं प्रदान करने वाली कंपनियों और सरकारी विभाग के कस्टमर केयर नंबर आधिकारिक वेबसाइट से ही प्राप्त करें।
-सरकारी उपक्रम, वेबसाइट या फंड की आधिकारिक वेबसाइट से ही वित्तीय लेनदेन करें।
-किसी से पैसा प्राप्त करते समय अपनी यूपीआईआईडी व पासवर्ड न डालें, इसमें इसकी कोई आवश्यकता नही होती।
-सोशल मीडिया पर अपरिचित लोगो के मित्रता अनुरोध को स्वीकार न करें।
-अनजान नंबर से वीडियो कॉल आए तो मोबाइल कैमरे को अपने चेहरे की तरफ न रखें।
-एटीएम बूथ पर किसी अनजान व्यक्ति की सहायता न लें।

बढ़ते ही गए साइबर ठगी के मामले : जिले में जनवरी 2022 में 91, फरवरी में 80, मार्च में 97, अप्रैल में 102, मई में 88, जून में 119. जुलाई में 138, अगस्त में 130, सितंबर में 123, अक्टूबर में 90, नवंबर में 125 और दिसंबर में 120 साइबर ठगी के केस दर्ज हुए।

लोगों को ठगी से बचने के लिए जागरूक होना होगा। किसी को भी बैंक संबंधी कोई जानकारी न दें। बैंक कभी कोई डिटेल फोन पर नहीं मांगता। अज्ञात व्यक्ति या मोबाइल नंबर से भेजे गए लिंक पर भी क्लिक न करें। ठगी होते ही फौरन साइबर सेल में शिकायत करें। हालांकि इससे बेहतर यह है कि हमेशा सावधानी बरतें---अखिलेश कुमार चौरसिया, डीआईजी/एसएसपी।

नंबर एक्टिवेट करने के नाम पर एक लाख ठगे
किला के मलूकपुर निवासी समरा फातिमा ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनके नंबर पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आई। जिसने उनके नंबर को बंद होने का हवाला देते हुए उसे एक्टिवेट करने का झांसा दिया। उसने एक लिंक भेजा और उसे क्लिक करने को कहा। क्लिक करते ही उनके बैंक ऑफ इंडिया के बचत खाते से कई बार में 1,04,512 रुपये कट गए। पैसे कटने पर जब नंबर पर काल किया तो वह बंद हो गया।

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