इसका इस्तेमाल कई सेक्टर्स में हो रहा है। जैसे- हेल्थकेयर, मेडिकल सेक्टर

ये आखों के इशारों पर काम करता है, जो लोग बोल नहीं पाते, ऐसे लोगों के लिए ये डिवाइस बनाया गया है।

अमृता विश्व विद्यापीठम ने इस डिवाइस का नाम नेत्रवाद(Netravaad) रखा है।

इसमें स्पीकर, कैमरा, कंट्रोलर और साथ ही बैटरी लगी हुई है, जो कि एक बार चार्ज होने पर 6 घंटे चलती है।

इस डिवाइस में कैमरा आंखों से साइन को डिटेक्ट करता है। अल्फाबेट्स, शब्दों और वाक्यों को बदलता है।