कैम्पटी फॉल

कैम्पटी फॉल उत्तराखंड के टिहरी जनपद में मसूरी से 15 किमी की दूरी पर चकराता- यमुनोत्री मार्ग में स्थित है। इस झरने की ऊंचाई 14 मीटर है। यह जलप्रपात समुद्र तल से 1364 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहां नीचे गिरता जल पांच झरनों में विभाजित होता है और एक विहंगम दृश्य प्रस्तुत करता है। सन् 1835 के बाद इस जगह को एक पर्यटन क्षेत्र के रूप में एक ब्रिटिश अधिकारी जॉन मेकिनन द्वारा विकसित किया गया था। वस्तुतः ‘कैम्पटी’ नाम दो अंग्रेजी शब्दों कैम्प (शिविर) और टी (चाय) से मिल कर बना है। चूंकि ब्रिटिश अधिकारी अक्सर यहां पर चाय पार्टियां आयोजित किया करते थे। इसीलिए इस जलप्रपात का नाम ‘कैम्पटी फाल’ पड़ा। इस जलप्रपात के तल में एक जलकुण्ड है जिसका पानी बहुत ठंडा है। लोग यहां पर स्नान करते हैं।

सहस्त्रधारा जलप्रपात

सहस्त्रधारा जलप्रपात देहरादून से 16 किमी. की दूरी पर राजपुर गांव के पास स्थित है। यहाँ पहाड़ी से गिरते जल को प्राकृतिक तरीके से संचित किया गया है। यहाँ से थोडी दूर एक पहाड़ी के अंदर प्राकृतिक रूप से तराशी हुई कई छोटी-छोटी गुफाएँ है, जो बाहर से तो स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं देती किंतु जब इन गुफाओं में प्रवेश करते हैं तो पाते हैं कि गुफाओं की छत से अविरल रिमझिम हल्की बारिश की बौछारें टपक रही हैं। ये छोटी-छोटी अनेक जलधाराएं ही ‘सहस्त्रधारा’ कहलाती हैं। कहा जाात है कि ये छोटी जलधाराएं हजार की संख्या में हैं। इसीलिए ये ‘सहस्त्रधारा’ कहलाती हैं। यहां स्थित गंधक झरना त्वचा संबंधी बीमारियों की चिकित्सा के लिए प्रसिद्ध है। यह जगह पिकनिक के लिहाज से बेहद उपयुक्त है।

वसुधारा जलप्रपात

यह जल प्रपात चमोली जिले में माणा गाँव से 5 किमी० की दूरी पर पश्चिम में अलकनंदा नदी पर स्थित है। इसकी ऊंचाई 145 मीटर है। यहाँ प्रचंड हवा कभी-कभी सम्पूर्ण जल-प्रपात की मात्रा को बिखेर देती है और ऐसा प्रतीत होता है जैसे झरना एक या दो मिनट के लिए रुक गया हो। इस स्थिति में यह प्रपात और भी अधिक आकर्षण का केंद्र बन जाता है।

बिर्थी जलप्रपात

बिर्थी जल प्रपात उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जनपद में मुनस्यारी के पास तेजम से लगभग 14 किमी० दूर स्थित है। यह झरना समुद्र तल से 400 फीट ऊपर से गिरता है। बिर्थी जलप्रपात मुनस्यारी से लगभग 35 किमी० दूर है। इस झरने से छिटककर आने वाली पानी की बूंदे लोगों को ताजगी प्रदान करती हैं। बरसात में यह झरना अत्यंत दर्शनीय हो उठता है। बिर्थी जलप्रपात ही आगे चलकर जाकुला नदी का रूप धारण करता है।

गरूड़चट्टी जलप्रपात

ऋषिकेश में नीलकंठ महादेव के रास्ते में मुनी की रेती से 5 किलोमीटरों की दूरी पर स्थित गरूड़ चट्टी जलप्रपात एक छोटा-सा किंतु अत्यन्त खूबसूरत जलप्रपात है। इसकी ऊंचाई 20 फीट है। इस जलप्रपात तक पहुंचने के लिए मुनी की रेती से लगभग 750 मीटर की चढ़ाई चढ़नी पड़ती है। गरूड़ चट्टी में गरूड़ को समर्पित एक मंदिर भी है। स्थानीय लोगों के अनुसार, टाइटैनिक की शीर्ष नायिका केट विन्सलेट ने मई, 1998 में ऋषिकेश का भ्रमण किया था और इस जलप्रपात में स्नान किया था। इसी कारण कई लोग इसे ‘केट विन्सलेट’ जलप्रपात कहकर भी संबोधित करते हैं।

नीड़गड्डु जलप्रपात

ऋषिकेश जनपद में स्थित नीड़गड्डु जलप्रपात मुनी की रेती से बद्रीनाथ के रास्ते में 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहाँ 60 से 70 मीटरों की ऊंचाई से पानी एक छोटे से जलाशय में गिरता है। पानी का कोहरेदार फैलाव और प्रपात की जोरदार आवाज से इस स्थान की छटा और अधिक निराली हो जाती है।

अत्रि धारा जलप्रपात

चमोली जनपद में स्थित महर्षि अत्रि की गुफा और अत्रि धारा नामक जल प्रपात तक पहुँचने के लिए सांकल पकड़कर रॉक क्लाइम्बिंग करनी पड़ती है। गुफा में महर्षि अत्रि की पाषाण मूर्ति है। गुफा के बाहर अमृत गंगा और जल प्रपात का दृश्य मन मोह लेता है। अत्रि धारा जलप्रपात संभवतया देश का एकमात्र ऐसा जल प्रपात है जिसकी परिक्रमा की जाती है।

टाइगर जलप्रपात

टाइगर फॉल देहरादून जिले में चकराता के समीप स्थित है। इसकी ऊंचाई 50 मीटर है।

कॉर्बेट जलप्रपात

कॉर्बेट जलप्रपात नैनीताल जनपद के कालाढुंगी मार्ग पर स्थित है। यह रामनगर से 25 किमी0 की दूरी पर स्थित है।

भेलछड़ा जलप्रपात

यह जलप्रपात पिथौरागढ़ जनपद में नेपाल की सीमा के निकट स्थित है।

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