1- अवसाद

अक्सर ऐसा माना जाता है कि अगर कोई अवसाद ग्रस्त है तो वह हर वक्त दुखी या हताश महसूस करेगा। लेकिन कई लोगों को यह नहीं मालूम कि अवसाद का केवल यही लक्षण नहीं है। अवसाद का एक और लक्षण है कि आपको उन चीजों में अब मजा नहीं आता या उनमें दिलचस्पी नहीं होती जिनमें पहले होती थी।

2- एनहेडोनिया

एनहेडोनिया को सभी या लगभग हर उस गतिविधि में दिलचस्पी कम होने के रूप में परिभाषित किया जाता है जिनका कोई व्यक्ति पहले आनंद उठाता था। अगर किसी व्यक्ति को कम से कम दो हफ्ते से लगातार एनहेडोनिया है तो उसे अवसादग्रस्त कहा जा सकता है।

3- मन न करना

एनहेडोनिया को सभी या लगभग हर उस गतिविधि में दिलचस्पी कम होने के रूप में परिभाषित किया जाता है जिनका कोई व्यक्ति पहले आनंद उठाता था।

4- टॉक थेरेपी

एनहेडोनिया जटिल हो सकता है लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि इससे पीड़ित लोगों के लिए कोई उम्मीद नहीं है। उदाहरण के लिए, अनुसंधान से पता चलता है कि बातचीत थेरेपी एनहेडोनिया से निपटने में मदद कर सकती है। हाल में एक प्रायोगिक अध्ययन में यह भी पाया गया कि एक नयी प्रकार की ‘टॉक थेरेपी’ अवसाद के इलाज में संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी से बेहतर काम कर सकती है।