बरेली: शहर में 228 छोटे-29 बड़े नालों की होनी है सफाई, नहीं हो पाया टेंडर...दुर्गंध और मच्छरों से स्कूली बच्चे परेशान

बरेली: शहर में 228 छोटे-29 बड़े नालों की होनी है सफाई, नहीं हो पाया टेंडर...दुर्गंध और मच्छरों से स्कूली बच्चे परेशान

फोटो- पुराना शहर स्थित जगतपुर में गंदगी से पटा नाला।

बरेली, अमृत विचार: शहर के नालों की सफाई में इस बार देर होगी, क्योंकि चुनाव आचार संहिता के कारण टेंडर नहीं हो पाया है। इस वजह से 4 जून के बाद ही नालों की सफाई हो पाएगी। जबकि 15 जून से बारिश का मौसम मान लिया जाता है। हालत यह है कि जगह- जगह नाला चोक होने से लोगों की दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं। कई मोहल्लों में नालियों का पानी सड़कों पर बह रहा है। चुनाव के चलते नगर निगम के कर्मचारी और अधिकारी व्यस्त हैं।

शहर में 228 छोटे और 29 बड़े नाले हैं, जिनकी सफाई होनी है। हर साल समय रहते सफाई हो जाती थी। इस बार चुनाव के पहले निविदा आमंत्रित की गई, लेकिन आचार संहिता के चलते यह प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाई। इस समय अधिकांश नाले कूड़ा और प्लास्टिक से चोक हैं। 

बड़े नालों में कूड़ा होने के कारण छोटे नालों के पानी का बहाव नहीं हो पा रहा है। इसके चलते लोगों के घरों के सामने पानी जमा हो रहा है। समस्या के निदान के लिए लोग निगम के अफसरों और पार्षदों से गुहार लगा रहे हैं। सभी से एक ही जवाब मिल रहा है कि चुनाव बाद सफाई शुरू की जाएगी। ऐसे में जून के दूसरे सप्ताह से मानसून आता जाता है तो लोगों को परेशानी झेलनी पड़ेगी।

दुर्गंध और मच्छरों से स्कूली बच्चे परेशान
जसोली स्मार्ट प्राइमरी स्कूल के पास नाला कूड़े से चोक है। दुर्गंध और मच्छरों के कारण स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे परेशान रहते हैं। दो दिन पहले अपर नगर आयुक्त के निरीक्षण में भी स्कूल के पास गंदगी रहने की बात सामने आई थी। इस पर उन्होंने कर्मचारियों को हिदायत दी थी।

समय पर नालों की सफाई न होने से होता है जलभराव
काफी समय से नाला सफाई न होने से दुर्गंध की वजह से निकलना मुश्किल होता है। नगर निगम में शिकायत करने पर जेसीबी से नाले से कचरा निकाला गया था। पूरी तरह से साफ न होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ने लगा है--- नौशाद अली, जसोली।

समय पर नालों की सफाई न होने से बारिश में जलभराव के हालात बन जाते हैं। नाले की गंदगी सड़क पर आ जाती है। लोगों को आवाजाही में असुविधा होती है। निगम को नाला सफाई अभियान चलाना चाहिए---फुरकान, जसोली।

बारिश से पहले यदि नालों की साफ सफाई करवा दी जाए तो जलभराव की समस्या से काफी हद तक लोगों को राहत मिल सकती है। गंदगी के कारण इलाके में मच्छरों की भरमार है---रमेश पाल सिह, कटघर।

निर्वाचन आयोग से अनुमति मांगी गई है। एक बार निविदा आमंत्रित की गई थी, लेकिन किसी ने आवेदन नहीं किया। इस कारण विलंब हुआ। बारिश से पहले हर हाल में नालों की सफाई कराने का प्रयास किया जा रहा है---पुनीत कुमार ओझा, मुख्य अभियंता, नगर निगम।

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