मुक्तेश्वर: IVRI ने दी किसानों को नई तकनीक की जानकारी, पशुपालन और कृषि सम्बंधित सामग्री का भी किया वितरण

मुक्तेश्वर: IVRI ने दी किसानों को नई तकनीक की जानकारी, पशुपालन और कृषि सम्बंधित सामग्री का भी किया वितरण

मुक्तेश्वर, अमृत विचार। आईवीआरआई मुक्तेश्वर द्वारा भारत सरकार के अंतर्गत चलाये जा रहे अनुसूचित जाति उपयोजना के अंतर्गत कृषक वैज्ञानिक चर्चा एवं पशुपालन और कृषि सम्बंधित सामग्री का वितरण किया गया। इस कार्यक्रम में गहना गांव (रामगढ ब्लाक, जिला-नैनीताल) के लगभग 200 किसानो ने प्रतिभाग किया।

कार्यक्रम में विषाणु विभाग के प्रमुख डा. बी मंडल ने गौवंशीय पशुओं में होने वाली लंपी स्किन बीमारी  की रोकथाम और नियंत्रण के बारे में किसानो से  जानकारी साझा की और उन्हें जरूरी टिप्स बताए। शीतोष्ण पशुपालन विभागाध्यक्ष डा. शेर सिंह ने किसानों से पर्वतीय सब्जियों को उगाने हेतु जानकारी दी एवं उन्हें उन फसलों को उगाने की सलाह दी जिनकी मांग पर्यटन के चलते बढ़ रही है।  

उन्होंने किसानों को खुम्ब की खेती एवं मधुमक्खी पालन करने पर जोर दिया और बेहतर स्वरोजगार बताया, इस मौके पर संस्थान के संयुक्त निदेशक डा. एके मोहंती ने पहाड़ों में पशुपालन के महत्व  के बारे में किसानों से जानकारी साझा की एवं किसानों को बकरी एवं मुर्गी पालन को उन्नत तरीकों से कर इसका फायदा लेने और बेहतर आजिविका अर्जित करने पर जोर दिया। 

इसके अलावा प्रत्येक विभाग के वैज्ञानिकों ने किसानों के सवालों और समस्याओं का निवारण किया डा. नितीश खड़ायत, डा. निधि शर्मा ने चारा वृक्षों की पहाड़ी जानवरों में पोषण सुरक्षा के महत्व के बारे में जानकारी साझा की। इस परियोजना के अंतर्गत किसानों की आजीविका बढ़ाने हेतु प्रत्येक कृषक को पशुपालन और कृषि सम्बंधित  सामग्रियां जैसे कि, सब्जियों के उच्च गुणवत्ता वाले बीज, कृषि उपकरण, पशुओं का दाना,  पशुओं सम्बंधित दवाएं एवं सप्पलीमेन्ट आदि वितरित किये गए। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. करम चंद नेगी ने किया और किसानों को विभिन्न गतिविधियों के बारे में जानकारी दी।