चुनौती बरकरार

चुनौती बरकरार

जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद फिर से सिर उठा रहा है। वहीं पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ व्यापक रणनीति के तहत काम किया जा रहा है। अनंतनाग जिले के गडोले वन क्षेत्र में छिपे आतंकवादियों का सफाया करने का अभियान रविवार को पांचवें दिन भी जारी रहा। सुरक्षा बलों ने आस-पास के गांवों तक अभियान का दायरा बढ़ा दिया है और वन क्षेत्र में मोर्टार के कई गोले दागे।

इस बार लग रहा है कि सेना जंगलों से आतंकियों के सफाये का मिशन पूरा करके ही राहत की सांस लेगी। इस बीच शनिवार को भारतीय सेना के सतर्क जवानों ने बारामूला जिले के उरी सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया। मुठभेड़ में कई आतंकवादी मारे गए।

सेना की ओर से दावा किया गया कि आतंकियों के समर्थन में पाकिस्तानी सेना की ओर से फायरिंग की गई। इससे पहले बुधवार को अनंतनाग जिले के कोकेरनाग इलाके में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में भारतीय सेना के कर्नल समेत तीन जवान शहीद हो गए थे। इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता कि सीमापार से आतंकियों के आका रणनीति बदल रहे हैं। इस कारण आतंकवादी बड़ा नुकसान पहुंचाने में सफल रहे। 

दो दिन पहले उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा था कि कश्मीरियों को अपने राजनीतिक चारे के रूप में इस्तेमाल करने वाले तत्व बेनकाब हो चुके हैं। कश्मीर में आतंकी हिंसा मौजूदा समय में सबसे कम है। लोग आतंकियों का साथ नहीं देते। सुरक्षाबल आतंकियों के खिलाफ समुचित कार्रवाई कर रहे हैं। घटनाओं को देखते हुए कहा जा सकता है कि वहां आतंकवाद खत्म नहीं हुआ है, जैसा कि सरकार या  प्रशासन दावा करता है। आतंकवाद की समाप्ति के लिए चलाए गए तमाम अभियानों के बावजूद आज भी वहां आतंकी संगठन सक्रिय हैं। हालांकि सुरक्षा बलों ने कई बड़ी सफलताएं भी हासिल की हैं। फिर भी हताश और निराश आतंकी इलाके में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने से नहीं चूकते।

मारे गए आतंकियों की पहचान के आधार पर साफ है कि पाकिस्तान अपनी हरकत से बाज नहीं आ रहा है। आतंकवादी अपनी गतिविधियां पाकिस्तान स्थित ठिकानों से संचालित करते रहे हैं। इस मामले में पाकिस्तान की दुनिया में काफी फजीहत भी हो रही है। आतंकवाद पर प्रभावी रोकथाम के लिए सीमावर्ती इलाके में कई स्तरों पर काम करने की जरूरत है। वहां के लोग संकटपूर्ण जीवन से बाहर आ सकें इसलिए आतंकवाद पर अंकुश लगाने के लिए व्यापक नीति बनानी चाहिए।