बरेली:कानपुर शहर में जल प्रदूषण की रोकथाम के लिए छात्र ने किया शोध

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Published By Om Parkash chaubey
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बरेली, अमृत विचार : एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय के विधि विभाग के शोध छात्र गणेश प्रसाद यादव का शनिवार को पीएचडी वायवा विधि विभाग के सेमिनार हॉल में हुआ। छात्र ने प्रिवेन्शन आफ वॉटर पॉल्यूशन इन उत्तर प्रदेश एक केस स्टडी इन कानपुर सिटी विषय पर शोध प्रस्तुतिकरण दिया।

छात्र ने शोध में बताया कि कानपुर शहर का 78 प्रतिशत पानी प्रदूषित है। इसकी वजह वहां पर अवैध रूप से चल रहीं चमड़ा, कपड़ा और पैंट फैक्ट्री हैं। इनसे फ्लोराइड निकल रहा है। अन्य केमिकल भी पानी को दूषित कर रहे हैं, जिसकी वजह से स्किन कैंसर जैसी घातक बीमारी हो रही हैं।

उन्होंने 1200 लोगों को इस बारे में बताया तो लोगों ने कहा कि वह मजबूरी में पानी पीते हैं। साधन संपन्न लोग तो फिल्टर पानी मंगाकर पी लेते हैं। प्रशासन को सख्ती कर अवैध फैक्ट्री बंद करनी चाहिए। छात्र गणेश ने शोध कार्य विधि विभाग के हेड एवं डीन डॉ. अमित सिंह के निर्देशन में पूर्ण किया है।

शोध प्रस्तुतीकरण में बाह्य परीक्षक गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी नई दिल्ली के प्रो. अमरपाल सिंह उपस्थित रहे। शोध छात्र ने वॉटर पॉल्यूशन को रोकने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए। छात्र ने प्रस्तुतीकरण में बताया कि प्रशासन द्वारा कानून को सही ढंग से लागू करना और जनता को जागरूक करके वॉटर पॉल्यूशन का निराकरण किया जा सकता है। एक महत्वपूर्ण सुझाव यह भी दिया कि जनता को स्वयं जागरूक होना होगा।

विधि विभाग में शिक्षक डॉ. लक्ष्यलता प्रजापति, नईमुद्दीन, डॉ. अमित कुमार सिंह, डॉ. शहनाज अख्तर डॉ. अनु शर्मा, प्रीति वर्मा, रविकर यादव, डॉ. लक्ष्मी, नेहा दिवाकर अनुष्का, प्रियदर्शनी रावत, राष्ट्र वर्धन और विधि शोध और एलएलएम की छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

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