काशीपुर: घर में बिना लाइसेंस चल रही दवा फैक्ट्री पकड़ी, संचालक हिरासत में

काशीपुर: घर में बिना लाइसेंस चल रही दवा फैक्ट्री पकड़ी, संचालक हिरासत में

काशीपुर , अमृत विचार। जिलाधिकारी के निर्देश पर आयुष विभाग एवं प्रशासन की टीम ने कुंडेश्वरी क्षेत्र में एक घर में छापा मारा। जहां टीम को बिना लाइसेंस शुगर की आयुर्वेदिक दवाई बनती मिली। इस दौरान पुलिस ने एक फर्म संचालक को भी हिरासत में लिया है।

शुक्रवार को एसडीएम अभय प्रताप सिंह के नेतृत्व में आयुष विभाग, प्रशासन, पुलिस व जीएसटी विभाग की संयुक्त टीम ने कुंडेश्वरी क्षेत्र के धनपुरा स्थित एक घर पर छापा मारा। जहां टीम को शुगर की आयुर्वेदिक दवाई के पाउडर से भरे 270 से अधिक डिब्बे और कुछ कच्चा माल का पाउडर मिला।

वहीं मौके से पुलिस ने एक व्यक्ति को भी हिरासत में लिया है। जिससे टीम ने वैध प्रपत्र मांगे, तो मौके पर वैध कागज नहीं दिखा पाया। जिसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। वहीं टीम ने बरामद डिब्बों व बरामद कच्चे माल के सैंपल जांच के लिए लैब भेज दिए। एसडीएम अभय प्रताप सिंह व ड्रग्स इंस्पेक्टर डॉ. आलोक शुक्ला ने बताया कि मौके पर आयुर्वेदिक दवाई बनाने के लिए कोई वैध प्रपत्र प्राप्त नहीं हुआ है।

बरामद पाउडर को जांच के लिए सैंपल लेकर भेजा जा रहा है। जिसके बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी। टीम में जीएसटी की सहायक निदेशक पूजा पाण्डेय, एसएसआई प्रदीप मिश्रा, एसआई विनोद जोशी, संतोष देवरानी आदि मौजूद रहे।

जिलाधिकारी ने स्वयं डिब्बा मंगाकर दिए जांच के निर्देश
काशीपुर। विगत कुछ महीनों से जिलाधिकारी को कुंडेश्वरी क्षेत्र में शुगर की फर्जी दवाई बनाने वाली फर्म काका सागर व काका फार्मा फाउडेशन के संबंध में शिकायत मिल रही थी। जिस पर जिलाधिकारी उदयराज सिंह ने फर्म के पते से एक शुगर की दवाई का डिब्बा मंगवाया और उसकी जांच की तो उसमें बैच नंबर, बनाने की तिथि इत्यादि दर्ज नहीं थी। जिस पर उन्होंने एसडीएम काशीपुर व आयुष विभाग को जांच कर कार्यवाही के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में शुक्रवार को टीम ने छापा मारा।

सितंबर में फर्म का जीएसटी नंबर हो चुका था सस्पेंड
काशीपुर। मौके पर मौजूद जीएसटी की सहायक निदेशक पूजा पाण्डेय ने बताया कि इस पते पर दो फर्म काका सागर और काका फाउंडेशन नाम से संचालित हो रहीं थीं। जिनका जीएसटी जमा नहीं होने के कारण बीते सितम्बर में जीएसटी नंबर सस्पेंड हो चुका है। वहीं रिटर्न भी बीते अप्रैल तक भरा गया है। मामले की विस्तृत जांच की जा रही है।

देश-विदेश में सप्लाई हो रही थी शुगर की दवा
काशीपुर। धनपुरा में बन रही शुगर की आयुर्वेदिक दवा मधु निवारक चूर्ण नाम से बन रही थी। जिसकी उत्तराखंड के साथ ही देशभर में मांग थी और विदेशों में भी दवाई की सप्लाई हो रही थी। दवाई खाने के बाद उसका असर लोगों को कुछ दिन में ही दिख रहा था और उनकी शुगर तुरंत कम हो जा रही थी।

डिब्बों पर दवाई की कीमत दो हजार रुपये अंकित है। फर्म संचालक ऑनलाइन माध्यम से अपने खाते में पैसे मंगाकर दवाई कोरियर से भेजते थे। बताया जा रहा है कि इस फैक्ट्री को क्षेत्र के ही तीन लोग मिलकर चला रहे थे और कम समय में ही तीनों से अच्छा पैसा कमा लिया था। जिसकी चर्चा आसपास में भी थी।