मुरादाबाद: हर साल 13.5 लाख लोग तंबाकू से होने वाली बीमारियों से गंवाते हैं जान

मुरादाबाद: हर साल 13.5 लाख लोग तंबाकू से होने वाली बीमारियों से गंवाते हैं जान

मुरादाबाद,अमृत विचार। पुलिस ट्रेनिंग सेंटर (पीटीसी) में 1100 उप निरीक्षक प्रशिक्षुओं को तंबाकू अधिनियम 2003 के प्रति प्रशिक्षित किया गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आंकड़ों के आधार पर तंबाकू उत्पादों के सेवन से होने वाले दुष्प्रभाव की जानकारी दी। बताया कि देश में हर साल 13.5 लाख लोग तंबाकू से होने वाली बीमारियों से जान गंवा देते हैं। पुलिस ट्रेनिंग सेंटर कॉलेज में तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत 1100 उप निरीक्षकों प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण दिया गया। 

इसका आयोजन अपर पुलिस महानिदेशक पीटीसी की अनुमति से किया गया जिसकी अध्यक्षता अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. भारत भूषण ने की। जिले के सलाहकार तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम डॉ. प्रशांत राजपूत ने बताया कि देश में हर साल 13.5 लाख लोग तंबाकू से होने वाली बीमारियों की वजह से अपनी जान गंवा देते हैं और 5500 युवा प्रतिदिन तंबाकू का इस्तेमाल शुरू करते हैं। सुरजीत सिंह रीजनल कोआर्डिनेटर ने बताया कि भारतीय तंबाकू नियंत्रण कानून तथा एफसीटीसी ने तंबाकू का नुकसान कम करने के लिए प्रभावशाली तरीकों की सिफारिश की है। 

इससे संबंधित कानून के मुख्य प्रावधान को विस्तार से बताया। धारा 4 में सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान पर प्रतिबंध, 200 रुपये तक जुर्माना का प्रावधान किया गया है जबकि धारा 5 में तंबाकू उत्पादों के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष विज्ञापन पर प्रतिबंध, कारावास (2 से 5 वर्ष) या जुर्माना (रु.1000 से 5000) या दोनों वर्णित है। धारा 6 में नाबालिग बच्चों को या उनके द्वारा तंबाकू उत्पाद की बिक्री पर प्रतिबंध तथा शैक्षणिक संस्थान के 100 गज के दायरे में तंबाकू उत्पाद की बिक्री पर प्रतिबंध (रुपये 200 का जुर्माना) बताया गया है। जबकि धारा 7 में सभी तंबाकू उत्पादों पर स्वास्थ्य संबंधित चित्रात्मक चेतावनी का प्रदर्शन कारावास (1 से 5 वर्ष) और/या जुर्माना (रुपये 1000 से 10,000) या दोनों वर्णित है। 

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने उप निरीक्षकों से कहा कि वह जहां भी कार्य करें वहां कोटपा अधिनियम-2003 के अनुपालन प्रशिक्षण में दिए गए नियमों के अनुसार अपने-अपने क्षेत्र में पालन कराना सुनिश्चित करेंगे। जिससे प्रदेश बेहतर भविष्य की ओर अग्रसर हो। कार्यक्रम में डॉ. अरूण कुमार अपर पुलिस अधीक्षक पीटीसी व पुलिस निरीक्षक पुष्पा का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम को सफल बनाने में स्वास्थ्य विभाग की ओर से श्योवीर सिंह सोशल वर्कर, रीमा यादव काउंसलर और आकाश चौधरी डीईओ की अहम भूमिका रही।

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