अल्मोड़ा: चालक-परिचालकों की कमी बनी रोडवेज के लिए सिरदर्द 

अल्मोड़ा: चालक-परिचालकों की कमी बनी रोडवेज के लिए सिरदर्द 

अल्मोड़ा, अमृत विचार। उत्तराखंड परिवहन के अल्मोड़ा डिपो में लंबे समय से चल रही चालक परिचालकों की कमी पूरी नहीं हो पा रही है। जिस कारण डिपो लगातार घाटे की ओर बढ़ रहा है। चालक परिचालक ना होने के कारण जहां डिपो से प्रतिदिन लंबे रूट की कई बसें स्थगित करनी पड़ रही हैं। वहीं इसका खामियाजा दूरदराज के यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है। 

रोडवेज के अल्मोड़ा डिपो की बात करें तो यहां चालकों के करीब 97 पद सृजित हैं। लेकिन लंबे समय से यहां चालकों के ढ़ाई दर्जन से अधिक पद रिक्त चल रहे हैं। परिचालकों की तैनाती का हाल भी कुछ ऐसा ही है। चालक परिचालकों की कमी के कारण आए दिन कई रूटों की बसें ऐन टाईम पर स्थगित कर दी जा रही हैं।

जिस कारण यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बुधवार को भी रोडवेज डिपो से अल्मोड़ा-टनकपुर, लमगड़ा-दिल्ली, अल्मोड़ा-मासी, बेतालघाट-दिल्ली व अल्मोड़ा-देहरादून की बसों का संचालन नहीं हो पाया। जिस कारण यात्रियों को निजी बसों और टैक्सियों में महंगा किराया देकर गंतव्य की ओर रवाना होना पड़ा।

बसों का नियमित रूप से संचालन ना होने के कारण डिपो को प्रतिदिन लाखों रुपये के राजस्व के नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। डिपो के सहायक महाप्रबंधक राजेंद्र कुमार ने बताया कि उच्च अधिकारियों को रिक्त पदों के बारे में जानकारी दी गई है। जैसे ही इन पदों पर तैनाती होगी सभी सेवाओं का संचालन शुरू करा लिया जाएगा।