
कानपुर : CSJM के दीक्षांत समारोह में पहुँची राज्यपाल Anandiben Patel, 91 मेधावियों को मिले पदक
छत्रपति साहू जी महाराज विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह आयोजित
कानपुर, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल बुधवार को कानपुर स्थित छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के 37वें दीक्षांत समारोह में अध्यक्षता की। दीक्षांत समारोह में उन्नाव के रघुराज राम गोपाल महाविद्यालय की छात्रा राधा गुप्ता को समारोह में कुलाधिपति स्वर्ण पदक व कुलाधिपति रजत पदक से सम्मानित किया गया, जबकि 59 मेधावियों को 91 पदक दिए गए।
मेधावियों को मिले पदक
कुलाधिपति स्वर्ण पदक :-
राधा गुप्ता, रघुराज राम गोपाल महाविद्यालय, सुमेरपुर, उन्नाव
कुलाधिपति रजत पदक:-
अनीता, चौ. चरण सिंह डिग्री कॉलेज, हैवरा, इटावा
राधा गुप्ता, रघुराज राम गोपाल महाविद्यालय, सुमेरपुर, उन्नाव
कुलाधिपति कांस्य पदक(शीर्ष चार):-
1.शैंकी पटेल महावीर प्रसाद मायावती महाविद्यालय, हरदोई
2.वैष्णवी मौर्या, महावीर प्रसाद मायावती महाविद्यालय, हरदोई
3.प्रीति, आरएमपीपीजी कॉलेज, सीतापुर
4.साक्षी पटेल, प्रकाश महाविद्यालय, बरौना, हरदोई
कुलपति स्वर्ण पदक(शीर्ष चार):-
1.शैंकी पटेल, महावीर प्रसाद मायावती महाविद्यालय, हरदोई
2.शालू पटेल, प्रकाश महाविद्यालय, बरौना, हरदोई
3.अभिनव गुप्ता महाराणा प्रताप राजकीय महाविद्यालय, हरदोई
4.याशमी यादव एसएस मेमोरियल महाविद्यालय, ताखा, इटावा
शिक्षिका बनना चाहती हैं राधा
रायबरेली की राधा को कुलाधिपति स्वर्ण पदक समेत छह पदक हासिल हुए। शिक्षा के क्षेत्र में कुछ कर गुज़रने का जज्बा रखने वाली राधा शिक्षिका बनना चाहती हैं। उनके मुताबिक वह कॉलेज दिनों में रोज 26 किलोमीटर का फासला तय कर कॉलेज आती और जाती थी। रायबरेली के महारानीगंज की रहने वाली राधा का घर कॉलेज करीब 13 किमी दूर है। उन्होंने उन्नाव के रघुराजा राम गोपाल महाविद्यालय से बीएड की पढ़ाई की है। बीएड में पढ़ाई के दौरान 1100 में 1073 अंक लाकर 97.54 फीसदी से पास की है।
गल्ला कारोबारी पिता दुर्गा प्रसाद अग्रहरि गांव में ही गल्ले का व्यापार करते हैं और मां पुष्पा गृहिणी हैं। तीन बहन व एक भाई में सबसे छोटी राधा ने बताया कि वह बचपन से सर्वश्रेष्ण प्रर्दशन कर मंच से पदक जीतना चाहती थी। घर में दिक्कत होने के कारण बीएससी में नंबर कम रह गए। फिर बीएड में दाखिला लिया तो शुरुआत से ही मेहनत की। कॉलेज के साथ घर पर आठ घंटे की पढ़ाई ये यह कामयाबी मिली है। राधा ने जिस कॉलेज से पढ़ाई की, उनका प्रदर्शन देखकर कॉलेज ने पढ़ाने का ऑफर दिया। वर्तमान में जिस कॉलेज से पढ़ी वहीं पर छात्रों को पढ़ा रही हैं। राधा के अनुसार उन्होंने आर्थिक समस्या देखी है, तो शिक्षिका बन कर वह बच्चों को निशुल्क पढ़ाना चाहती हैं।
मुख्य अतिथि के तौर पर परमार्थ निकेतन हरिद्वार के अध्यक्ष आध्यात्मिक गुरू स्वामी चिदानंद सरस्वती शामिल हुए, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय और उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी मौजूद रहीं। कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक, प्रति कुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी, कुल सचिव डॉ. अनिल यादव, डीएसडब्ल्यू डॉ. नीरज सिंह समेत सभी अधिकारी शामिल रहे।
जल संरक्षण का संदेश :
शुरुआत जल संरक्षण के संदेश के साथ हुई। परिषदीय स्कूलों के कक्षा 5 से 8 तक के 30 स्कूली बच्चों और 25 आंगनबाड़ी केंद्रों की महिलाओं को सम्मानित किया गया।
नवीनीकरण और नामकरण हुआ :
विश्वविद्यालय परिसर के नवनिर्मित प्रेक्षागृह का नवीनीकरण एवं नामकरण भी समारोह में किया गया। नवनिर्मित सभागार में 75 स्वतंत्रता सेनानियों के चित्र मुख्य आकर्षण का केंद्र रहे। विश्वविद्यालय के अमृत सरोवर का शिलान्यास भी हुआ। सरोवर को नगर निगम एवं विश्वविद्यालय के सहयोग से निर्मित किया गया। पुरातन विद्यार्थियों के सहयोग से बनाए गए एक सेवा उद्यान का उद्घाटन भी गया।
बालगृह के बच्चे ने की शिरकत :
राजकीय बालगृह कानपुर के पांच बच्चों ने शिरकत की। बालगृह में पुरातन छात्र-छात्राओं के सहयोग से कम्प्यूटर लैब स्थापित की गयी है। समारोह के दौरान विश्वविद्यालय के इनोवेशन फाउंडेशन के तहत चल रहे छात्रों के स्टार्टअप्स का राज्यपाल ने अवलोकन किया।
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