बरेली: क्लाउड कंप्यूटरिंग और ड्रोन टेक्नोलॉजी के नहीं शिक्षक, कैसे हो पढ़ाई?

12वीं तक की शिक्षा में एनईपी लागू करने के लिए माध्यमिक विभाग कर रहा तैयारी

बरेली: क्लाउड कंप्यूटरिंग और ड्रोन टेक्नोलॉजी के नहीं शिक्षक, कैसे हो पढ़ाई?

बरेली, अमृत विचार। जिले के माध्यमिक स्कूलों में आगामी सत्र से राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत कोर्स संचालित करने की योजना की जा रही है। विभाग की ओर से विद्यालयों में विभिन्न तैयारियों पर भी जोर दिया जा रहा है, लेकिन इसके लिए आवश्यक शिक्षकों की कमी को विभाग ने नजरंदाज कर दिया गया है, जिसका खामियाजा विद्यार्थियों को चुकाना पड़ सकता है।

माध्यमिक शिक्षा विभाग ने कक्षा 9 से 12वीं तक के विद्यार्थियों को कंप्यूटर में निपुण बनाने के लिए ऐसे टापिक जोड़े हैं, जो वर्तमान की मांग के अनुरूप हैं। इन पर पकड़ बनाने के बाद छात्र - छात्राओं को भविष्य में रोजगार के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। यूपी बोर्ड ने कंप्यूटर के पाठ्यक्रम को संशोधित करते हुए सिक्योरिटी, सूचना प्रौद्योगिकी, ड्रोन टेक्नोलाजी, क्रिप्टो करंसी, क्लाउड कंप्यूटिंग जैसे टापिक शामिल किए हैं, लेकिन अधिकतर स्कूलों में इस विषय और टॉपिक की शिक्षा देने के लिए शिक्षक ही नहीं है। ऐसे में किस तरह बच्चे कंप्यूटर में टापिक की समझकर खुद को साबित कर सकेंगे।

विभागीय अधिकारियों ने बताया कि यूपी बोर्ड ने वर्ष 1998 में हाईस्कूल और वर्ष 2000 में इंटर में कंप्यूटर का कोर्स लागू किया, लेकिन राजकीय और सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में दो दशक बाद भी नियमित कंप्यूटर शिक्षक नहीं मिल सके हैं। जिले में राजकीय विद्यालय और अशासकीय और वित्तविहीन विद्यालयों में 80 प्रतिशत कंप्यूटर के शिक्षक ही नहीं है। जिला विद्यालय निरीक्षक सोमारू प्रधान ने बताया कि शासन की ओर से कम्प्यूटर शिक्षकों की भर्ती नहीं हुई है। इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है।

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