जैव विविधता एवं संरक्षण

Amrit Vichar Network
Published By Vishal Singh
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जलवायु परिवर्तन की वैश्विक चुनौती के विरुद्ध जैव विविधता सबसे मजबूत स्वाभाविक रक्षा उपाय है। भूमि व महासागर के पारिस्थितिकी तंत्र, कार्बन भंडारण का कार्य करते हैं और कुल कार्बन उत्सर्जन में से आधी सोख लेते हैं। जैव विविधता का मतलब है, सभी जीवित चीजों की विविधता, जैसे कि विभिन्न पौधे, जानवर, सूक्ष्मजीव, उनमें मौजूद आनुवंशिक जानकारी और उनके द्वारा बनाए गए पारिस्थितिकी तंत्र।

जैविक विविधता भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक संपत्ति की तरह है। जैव विविधता के नुकसान से 10 लाख जानवरों और पौधों की प्रजातियों पर अब विलुप्त होने का खतरा मंडरा रहा है। जैव विविधता संरक्षण की दृष्टि से कोलंबिया के कैली में सोमवार से शुरू हुआ संयुक्त राष्ट्र जैव विविधता सम्मेलन (कॉप-16) विश्व में सबसे महत्वपूर्ण आयोजन है।

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने सम्मेलन के उदघाटन समारोह में ध्यान दिलाया कि समझना जरूरी है, यदि हम जीवन के सभी रूपों की रक्षा करें, तो हम अपनी रक्षा भी कर सकेंगे। भारत में जैव विविधता का महत्व इस वजह से है कि यहां दुनिया की कुल जैव विविधता का लगभग 7 से 8 प्रतिशत हिस्सा पाया जाता है। भारत विकास और जैव विविधता संरक्षण की अपनी यात्रा में एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है।

तेज आर्थिक प्रगति, शहरीकरण और औद्योगिक विस्तार देश के समृद्ध पारिस्थितिकी तंत्र को लगातार खतरे में डाल रहे हैं। इस समस्या से निपटने के लिए, भारत को अपनी पर्यावरणीय प्रभाव आकलन प्रक्रियाओं को मजबूत करने, व्यापक जैव विविधता मानचित्रण में निवेश करने और महत्वपूर्ण आवासों के संरक्षण को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है।    

दुनिया के सबसे अधिक विविधता वाले देशों में से एक के रूप में भारत को वैश्विक जैव विविधता संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। देश की जैव विविधता को संरक्षित करने के लिए सरकार ने राष्ट्रीय जैव विविधता और मानव कल्याण मिशन शुरू किया है। यह मिशन भारत एवं इसकी अर्थव्यवस्था को हरित करने, लोगों की भलाई के लिये प्राकृतिक पूंजी को बहाल एवं समृद्ध करने और अनुप्रयुक्त जैव विविधता विज्ञान में भारत को एक वैश्विक नेता के रूप में स्थापित करने के लिए अंतःविषयक ज्ञान की शक्ति का दोहन करने का लक्ष्य रखता है।

भारत में हिमालय, पश्चिमी घाट, इंडो-बर्मा क्षेत्र और सुंदरलैंड जैव विविधता हॉटस्पॉट हैं। जैव विविधता हॉटस्पॉट की रक्षा करके, भारत की समृद्ध और विविध वनस्पतियों के साथ जीवों का संरक्षण किया जा सकता है, जिससे वैश्विक स्तर पर जैव विविधता संरक्षण में योगदान मिल सकता है।