बरेली: पुलिस पैसा ले रही, फड़-ठेले नहीं हटेंगे...यह सुन भड़क गए दुकानदार
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बरेली, अमृत विचार। अस्पताल रोड पर दुकानों के सामने फड़ और ठेले लगाने पर बृहस्पतिवार को फिर विवाद हुआ। दुकानदारों ने आरोप लगाया कि अपनी अवैध कमाई के लिए पुलिस उनका कारोबार खराब करा रही है।
यहां तक कि ठेले और फड़ वालों ने उनसे यह तक कह दिया कि वे पुलिस को पैसा देते हैं, इसलिए उन्हें कोई नहीं हटा सकता।
अस्पताल रोड पर कुतुबखाना पुल के नीचे ठेले और फड़ लगाने वालों से दुकानदारों का करीब दो महीने से विवाद चल रहा है। दुकानदारों का आरोप है कि पुलिस की शह पर उनकी दुकानों के सामने ही ठेले और फड़ लगा लिए जाते हैं, उन पर सामान भी वही बिकता है, जो वे बेच रहे हैं।
इसलिए उनकी दुकानों पर ग्राहकों की संख्या कम होती जा रही है। इसी को लेकर दुकानदारों और ठेले-फड़ वालों के बीच कई बार विवाद हो चुका है। कई बार दुकानदार अपनी दुकानें बंद कर धरने पर बैठ चुके हैं। अफसरों के आदेश पर दो बार ठेले-फड़ वालों को हटाया जा चुका है लेकिन समस्या का स्थाई तौर पर हल नहीं हो पा रहा है।
बृहस्पतिवार को भी दोपहर तीन बजे ठेले-फड़ वालों और दुकानदारों में विवाद हो गया। दुकानदारों के मुताबिक कपड़े की दुकान के आगे फड़ लगाने पर एतराज किया गया तो सभी ठेले-फड़ वाले इकट्ठे हो गए। उन्होंने दो टूक कहना शुरू कर दिया कि वे पुलिस को पैसे देकर यहां बैठते हैं, इसलिए यहां से किसी कीमत पर नहीं हटेंगे।
इसके बाद दुकानदार भी इकट्ठे हो गए। दुकानदारों और ठेले-फड़ वालों के बीच काफी देर गर्मागर्मी चलती रही। दुकानदारों ने आरोप लगाया कि उन्होंने पुलिस को फोन किया लेकिन काफी देर इंतजार करने के बाद भी पुलिस नहीं पहुंची।
दुकानदारों ने आरोप लगाया कि ठेले-फड़ वालों से अवैध कमाई होने की वजह से पुलिस मंडलायुक्त और नगर आयुक्त के आदेश तक की खुलेआम अनदेखी कर रही है। इस वजह से यहां टकराव का माहौल बना हुआ है जो कभी भी गंभीर हो सकता है।
दुकानदार सुनील, भपेंद्र, राहत भसीन, उमंग, शैंकी, विक्की अरोरा, मदनलाल, दीपक, अनमोल अग्रवाल, कमल आदि ने कहा कि कोतवाली से घंटाघर चौराहे तक पुल का निर्माण पूरा होने के बाद कुछ राहत मिली थी लेकिन पुलिस ने उनके लिए नई मुश्किल खड़ी कर दी है। इंद्रा मार्केट, कुतुबखाना सब्जी मंडी और जिला अस्पताल गेट के आसपास ठेले और फड़ की भरमार से उनका कारोबार तबाह हो रहा है।
बवाल हुआ तो कोतवाली पुलिस होगी जिम्मेदार
दुकानदारों का कहना है कि पिछले महीने फड़ और ठेले वालों के दुकानों पर आते ग्राहकों को रोकने पर मारपीट हो गई थी लेकिन सूचना देने के बावजूद पुलिस नहीं आई थी। इस पर दुकानदार दुकानें बंद कर पुल के नीचे धरने पर बैठ गए थे।
एसएसपी से भी शिकायत की थी। अब हालात ये हैं कि ठेले-फड़ वालों से विवाद होने पर उसे दो समुदायों का झगड़ा बताकर माहौल खराब करने की कोशिश की जाती है। दुकानदारों का कहना है कि अस्पताल रोड पर कभी भी बड़ा बवाल हो सकता है। इसकी जिम्मेदार कोतवाली पुलिस ही होगी।
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