बरेली: संदिग्ध बुखार सैकड़ों को निगल गया, मगर ऑडिट में सिर्फ 22 मरीजों की मौत का आंकड़ा

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Published By Om Parkash chaubey
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आईडीएसपी की डेथ ऑडिट रिपोर्ट पर उठ रहे सवाल, जिन मरीजों की मौत होना माना, उनमें बताए संदिग्ध डेंगू जैसे थे लक्षण, सितंबर से बुखार और डेंगू जिले में बरपा रहा है कहर, अस्पतालों में मरीजों की भरमार

बरेली, अमृत विचार : जिले में संदिग्ध बुखार और डेंगू सैकड़ों लोगों को निगल चुका है। लगातार नए मरीज सामने आ रहे हैं, मगर स्वास्थ्य विभाग की नजरों में तीन महीन में महज 22 मरीजों की मौत हुई है, लेकिन आईडीएसपी की ओर से दो महीने में अब तक 19 मरीजों का ही डेथ ऑडिट हुआ है। इन मौतों के आंकड़ों को लेकर डेथ ऑडिट रिपोर्ट पर अभी से सवाल उठने लगे हैं।

सच तो यह है कि लगातार हो रही मौतों पर पर्दा डालने का काम किया जा रहा है। सितंबर से जिला बुखार से तप रहा है, शहर से लेकर देहात तक संदिग्ध बुखार से ग्रसित सैकड़ों मरीजों की सांसें थम गईं। अधिकांश मरीजों की एलाइजा जांच न होने से स्वास्थ्य विभाग ने मरीजों को डेंगू ग्रसित तक नहीं माना।

इसका मुख्य कारण रहा कि विभाग के पास एलाइजा जांच की सुविधा सिर्फ जिला अस्पताल में है, लेकिन इस लैब की क्षमता भी एक दिन में 96 मरीजों की जांच करने की है। ऐसे में बुखार के मरीजों की जांच एनएस-1 कार्ड से की गईं। जिसके चलते विभागीय आंकड़ों में एक भी डेंगू ग्रसित मरीजों की मौत दर्ज नहीं है।

इंट्रीगेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम ( आईडीएसपी) यूनिट से मिले आंकड़ों के अनुसार जिले में संदिग्ध डेंगू जैसे लक्षण से महज 22 मरीजों की मौत हुई है। दो माह का समय बीतने के बाद अब तक आईडीएसपी की ओर से 19 मरीजों का ही डेथ ऑडिट हुआ। इसमें भी एक भी मरीज की मौत सीधे तौर पर डेंगू से होना नहीं माना गया है।

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