बरेली: मंडल में 57.48 फीसदी ही तैयार हो सकी रियल टाइम खतौनियां

खतौनी परिवर्तित करने में शाहजहापुंर की स्थिति सबसे खराब, 33.96 फीसदी ही हो सका कार्य

बरेली: मंडल में 57.48 फीसदी ही तैयार हो सकी रियल टाइम खतौनियां

अनुपम सिंह/बरेली, अमृत विचार। जमीन के विवादों समेत कई दिक्कताें को दूर करने के लिए तैयार की जा रहीं रियल टाइम (वास्तविक समय) खतौनी मंडल में 57.48 फीसदी ही परिवर्तित हो सकी हैं। अगस्त तक इस कार्य को पूरा करना था, लेकिन कई अड़चनों की वजह से दिसंबर के बाद अब जुलाई तक का समय और बढ़ा दिया गया है। हाल ही में हुई समीक्षा में रियल टाइम खतौनी तैयार करने में शाहजहांपुर सबसे फिसड्डी जिला साबित हुआ है।

शाहजहांपुर में अब तक सिर्फ 33.96 फीसदी ही कार्य हो सका है। सबसे अच्छा प्रदर्शन बरेली का है, यहां 88.55 फीसदी खतौनी परिवर्तित हुईं हैं, जबकि, बदायूं में 62 और पीलीभीत में 51.80 फीसदी कार्य हुआ है। आंकड़ों के अनुसार मंडल के सभी जिलों में 7576 गांवों में रियल टाइम खतौनी परिवर्तित होनी है। इसके सापेक्ष अभी तक 4355 गांवों में ही यह कार्य पूरा हो पाया है। बरेली में 2114 गांवों की अपेक्षा 1872 अनलॉक और बदायूं में 1690 गांवों के सापेक्ष 1050, पीलीभीत में 1411 की सापेक्ष 631, शाहजहांपुर में 2361 के सापेक्ष 802 गांव रियल टाइम खतौनी के लिए परिवर्तित कर अनलॉक हुए हैं।

शाहजहांपुर की कलान और जलालाबाद में समय ज्यादा लग रहा समय
पिछले दिनों कमिश्नरी में हुई मंडलीय समीक्षा में सामने आया कि शाहजहांपुर की तहसील कलान और जलालाबाद में सबसे ज्यादा समय लग रहा है। बैठक में शामिल होने आए जिले के एक अधिकारी की ओर से समस्या भी रखी गई। हालांकि, जल्द ही परिवर्तित की प्रक्रिया में तेजी लाकर स्थिति में सुधार लाने की बात भी कही गई है।

रियल टाइम खतौनी से किसानों को ये होंगे फायदे
रियल टाइम खतौनी के परिवर्तित होने से किसानों को खतौनी में मालिक के नाम के लिए छह साल का इंतजार नहीं करना पडे़गा। पहले इतना समय लग जाता था। जमीन नामांतरण होते ही भू स्वामी का नाम मुख्य काॅलम में शामिल हो जाएगा। अपडेट हो रहीं नई खतौनियां आधार और पैन कार्ड से भी लिंक होंगी। इसका फायदा यह होगा कि जमीन की रजिस्ट्री होते ही क्रेता और विक्रेता के मोबाइल फोन नंबर पर मेसेज आ जाएगा। पुरानी खतौनी में जमीन के नामांतरण के बाद दाएं कालम में आदेश दर्ज किया जाता था और बाएं स्थित मुख्य कालम में नाम आता था लेकिन अब नई प्रक्रिया में क्रेता का नाम सीधे मुख्य कालम में आ जाएगा। नई खतौनी में 19 बिंदू शामिल होंगे जबकि पुरानी खतौनी में 13 बिंदु ही थे। नए बिंदु में आधार, पैन कार्ड नंबर, मोबाइल फोन नंबर, जाति, गाटा का यूनिक कोड, हर खातेदार के अंश का जिक्र रहेगा। रियल टाइम खतौनी की भाषा पहले से सरल रहेगी। उर्दू की जगह हिंदी का प्रयोग ज्यादा रहेगा।

रियल टाइम खतौनी के परिवर्तित करने की चल रही कार्रवाई की समीक्षा की गई, जिसमें शाहजहांपुर में कुछ दिक्कतें आ रही हैं। जिससे कार्य थोड़ा देरी से हो पा रहा है। संबंधित जिले ने कार्य में तेजी लाने के लिए आश्वासत किया है। सभी अधिकारियों को रोजाना समीक्षा कर निर्धारित समय सीमा में कार्य पूरा करने के निर्देश दिए हैं। -अरुण कुमार, अपर आयुक्त प्रशासन बरेली मंडल

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