लखनऊ: फैक्ट्री में लगी आग, देखकर सहम गया पूरा गांव, घरों से निकल भागे लोग, करोड़ों रुपये का हुआ नुकसान

लखनऊ: फैक्ट्री में लगी आग, देखकर सहम गया पूरा गांव, घरों से निकल भागे लोग, करोड़ों रुपये का हुआ नुकसान

लखनऊ, अमृत विचार। पलिया गांव में आबादी से महज सौ मीटर की ही दूरी पर बनी विशालकाय रिफाइंड व नमकीन फैक्ट्री में सोमवार को अचानक आग लग गई। महज थोड़ी ही देर में आग ने अपना विकराल रूप धारण कर लिया। लोगों के मुताबिक करीब 25 फिट ऊंची लपटें उठ रहीं थी, और भयानक आग का तांडव देख किसी बड़ी अनहोनी से बचने के लिए सभी लोग घरों से बाहर निकल गए थे। कई दमकल की गाड़ियों द्वारा 3 घण्टे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। तब तक आग ने फैक्ट्री में लगी मशीनें व रखा मटेरियल व टीन शेड को जलाकर नष्ट कर दिया।

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फैक्ट्री में आग को बुझाते दमकलकर्मी

 

इटौंजा थाना अंतर्गत पलिया गांव में आबादी से सटी हुई संजय गुप्ता निवासी लखनऊ की फैबकोन एग्रो ऑयल्स प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री है।जिसमें करीब दो सौ के करीब मजदूर व कर्मचारी कार्य कर रहे हैं।डायरेक्टर सागर गुप्ता ने बताया कि उनकी फैक्ट्री में पहले से ही रिफाइंड (रेलगाड़ी दरबार) बनाया जाता है।और उसी में अब नमकीन बनाने का काम भी सुरु कर दिया गया है।

सागर गुप्ता के मुताबिक फैक्ट्री में  अचानक शार्ट सर्किट से आग लग गई जिससे उनका करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है।वहीं इसी फैक्ट्री में बीते 25 मार्च को ही नमकीन फैक्ट्री का उद्घाटन हुआ था और उसी देर रात्रि को फैक्ट्री में भयानक आग लग गई थी जिससे करीब 9 करोड़ से अधिक का सामान और मशीनें जल गई थी।

देर से पहुंची दमकल गाड़ियां 

फैक्ट्री के डायरेक्टर सागर गुप्ता ने बताया कि आग लगते ही दमकल विभाग को सूचना दे दी गई थी।मगर फायर स्टेशन की दूरी अत्यधिक होने के चलते दमकल की मशीनें को पहुंचने में करीब डेढ़ घंटे का समय लग गया तब तक आग ने फैक्ट्री को अपने आगोश में ले लिया।उन्होंने कहा कि अगर फायर स्टेशन नजदीक होता तो उनका इतना नुकसान नहीं होता।

फैक्ट्री की अग्निशमन व्यवस्था दिखावा 

फैक्ट्री के कर्मचारियों के मुताबिक शार्ट सर्किट से जब आग लगी थी तो उन्होंने उसे आसपास रख्खे अग्निशमन के उपकरणों से आग को बुझाने का भरसक प्रयास किया परंतु वह सभी उपकरण निष्प्रयोज्य साबित हुए।जानकारी के मुताबिक आग बुझाने के प्रयास में कई कर्मचारियों के हांथ भी झुलस गए थे।

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