लखनऊ: अब हवाई अड्डे की तरह बनेंगे प्रदेश के बस अड्डे, योगी सरकार करने जा रही यह विशेष काम!, जानिए क्या है तैयारी?

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Published By Sachin Sharma
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परिवहन मंत्री ने 41.16 करोड़ रुपये की 18 परियोजनाओं का किया लोकार्पण व शिलान्यास

लखनऊ। योगी सरकार ने पहली बार परिवहन निगम को बजट में 500 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। इस धनराशि से इलेक्ट्रिक बसें खरीदी जाएंगी। पीपीपी मॉडल से हवाई अड्डों की तरह बस स्टेशनों का निर्माण कराया जा रहा है। ये बातें मंगलवार को परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने कहीं।

परिवहन राज्यमंत्री ने कहा कि पहले पीपीपी मॉडल पर लखनऊ का आलमबाग बस स्टेशन बनाया गया था। अब इसी तरह 11 बस स्टेशनों को भी पीपीपी मॉडल पर बनाने की तैयारी है। मंत्री ने मंगलवार को परिवहन निगम सभागार में परिवहन विभाग एवं परिवहन निगम की 41.16 करोड़ रुपये की लागत की कुल 18 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।

उन्होंने बताया कि 11 परियोजनाओं का शिलान्यास और 4 का लोकार्पण किया गया है। बरेली का फरीदपुर बस स्टेशन नया बनाया गया है। रायबरेली के बछरावां और महाराजगंज बस स्टेशनों का पुनर्निर्माण हुआ है। परिवहन निगम मुख्यालय में नया कंट्रोल कमांड सेंटर बनाया गया है। सेंटर का भी मंगलवार को लोकार्पण हुआ।

परिवहन मंत्री ने बताया कि बसों में वीएलटीडी ( व्हीकिल लोकेशन एंड ट्रैकिंग डिवाइस) के साथ पैनिक बटन भी लगाया गया है। जिसका उपयोग करने पर निगम मुख्यालय स्थित कमान्ड कन्ट्रोल सेन्टर एवं सम्बंधित क्षेत्रीय कन्ट्रोल रूम में मौजूद अधिकारियों को संकेत मिलेगा। बस में यात्री पैनिक बटन दबाता है तो कंट्रोल कमांड सेंटर से उसे तत्काल मदद भेजी जाएगी। बताया कि जल्द ही एक एप लांच किया जाएगा।

इस एप पर रेलवे की तरह यात्री को पता चलेगा कि उनकी बस कहां पहुंची है। कमान्ड कन्ट्रोल सेन्टर के माध्यम से बसों की वास्तविक स्थिति प्रदेश के लोगों को पता चलेगी। वास्तविक लोकेशन प्राप्त कर किसी आकस्मिक स्थिति में तत्काल सहायता पहुंचाई जा सकती है। कमान्ड कन्ट्रोल सेन्टर को डॉयल 112 से भी जोड़ा जा रहा है। कार्यक्रम में प्रमुख सचिव परिवहन एल. वेंकटेश्वर लू, परिवहन आयुक्त चन्द्रभूषण सिंह, विशेष सचिव परिवहन केपी सिंह, परिवहन निगम के मासूम अली सरवर और मारुति सुजुकी के वाइस प्रेसीडेंट तरुण अग्रवाल उपस्थित रहे।

खत्म होगी मैनुअल ट्रेनिंग की व्यवस्था

परिवहन मंत्री ने बताया कि रायबरेली स्थित इन्स्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च सेन्टर का लोकार्पण भी किया गया है। यह देश का पहला ऐसा सेन्टर है, जहां ट्रेनिंग, टेस्टिंग के साथ रिसर्च भी होगा। इस सेन्टर के संचालित होने से प्रदेश को कुशल चालक मिलेंगे। इससे सड़क दुर्घटनाओं में 50 प्रतिशत तक कमी लाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि अयोध्या में डीटीटीआई और प्रतापगढ़ में एडीटीटी का लोकार्पण से ड्राइवरों की ट्रेनिंग अब ऑनलाइन हो सकेगी। मैनुअल ट्रेनिंग की व्यवस्था समाप्त कर दी जायेगी।

5 हजार इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी

परिवहन मंत्री ने कहा कि राजस्व में लगातार सुधार हो रहा है। प्रदेश की इकोनॉमी को एक ट्रिलियन बनाने में परिवहन निगम का बहुत बड़ा योगदान होगा। परिवहन निगम में नई यूरो-6 मॉडल की अत्याधुनिक बसें चलायी जा रही हैं, साथ ही 5 हजार नई इलेक्ट्रिक बसों के आने से प्रदूषणमुक्त एवं आरामदायक सेवा प्रदेश के लोगों को उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व में परिवहन निगम को देश का नंबर वन परिवहन निगम बनाएंगे।

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