Kanpur: एनआरआई सिटी में बिजली समस्या पर धरना-प्रदर्शन, लोगों ने स्काई बंगले का काम रुकवाया, बिल्डर पर लगा गबन का आरोप

Kanpur: एनआरआई सिटी में बिजली समस्या पर धरना-प्रदर्शन, लोगों ने स्काई बंगले का काम रुकवाया, बिल्डर पर लगा गबन का आरोप

कानपुर, अमृत विचार। मैनावती मार्ग स्थित एनआरआई हाइट्स और विला के निवासियों ने रविवार को जमकर धरना-प्रदर्शन किया। ट्रांसफार्मर और जनरेटर का बैकअप न होने की समस्या के बाद एनआरआई सिटी वासियों ने बिल्डर के विरोध में नारेबाजी की। स्काई बंगले का काम रुकवा दिया। बिल्डर पर गबन का आरोप लगाया और इसकी सूचना नवाबगंज थाने में दी।  

एनआरआई सिटी और विला वासियों ने प्रदर्शन के दौरान बिल्डर के विरोध में जमकर नारेबाजी की। धरने में महिलाएं भी शामिल रहीं। लोगों ने बताया कि बिल्डर ने अपने वादे पूरे नहीं किए हैं। एनआरआई सिटी में बिजली आपूर्ति बिल्डर द्वारा की जाती है। बिजली कटौती पर फुल बैकअप और लाइट का जिम्मेदारी बिल्डर की है। लेकिन एनआरआई का ट्रांसफार्मर तीन साल में कई बार खराब हो चुका। 

पूरा लोड जनरेटर पर रहता है। बैकअप लोड न होने की वजह से आएदिन जनरेटर खराब हो जाता है। शनिवार रात को भी ट्रांसफार्मर खराब हो गया और जनरेटर भी खराब था। जिससे बड़े-बुजर्ग और बच्चे परेशान रहे। लोगों ने बताया कि बिल्डर ने लगभग 150 लोगों की कार पार्किंग के लिए तीन लाख रुपये प्रति पार्किंग की दर से 4.5 करोड़ रुपये लिए हैं। लेकिन पार्किंग आजतक नहीं बनाई। बिल्डर ने कार्पस फंड का लगभग तीन करोड़ रुपया गबन किया है। डेवलपमेंट चार्ज के नाम पर भी खेल किया गया है। 

एनआरआई हाइट्स में आधी बाउंड्री बनवाकर छोड़ दी है, जिससे असुरक्षा की स्थिति है। आवारा जानवर परिसर में घुस आते हैं। इन्हीं समस्याओं को लेकर रविवार को लोगों ने आंशिक धरना-प्रदर्शन किया। स्काई बंगले का काम रुकवा दिया। धरना-प्रदर्शन में नागेंद्र शुक्ला, अमित अग्रवाल, अजय भार्गव, अमित सैनी, पूनम अरोड़ा, विवेक शुक्ला, नीरज शुक्ला, राजेश खंडेलवाल, केजी गर्ग, नवीन शर्मा, राकेश खन्ना, योगेन्द्र अग्रवाल, मनीष माहेश्वरी, अनिल मिश्रा, बैजनाथ गुप्ता, संजय सिंह, डॉ. विशाल अग्रवाल, संजीव महेरा, प्रतिमा अग्रवाल, अपर्णा दीक्षित, रजनी पांडेय, वीरेंद्र पाल सिंह, गौरव रावत, वीएस रावत, नवीन भसीन आदि रहे। 

यह भी पढ़ें- Kanpur: बड़ौदा यूपी बैंक में लगी आग, कागजात व सामान जलकर खाक, फायर ब्रिगेड ने पाया काबू