बहराइच: पात्र होने के बाद भी ग्रामीणों को नहीं मिला आवास, पूर्व प्रधान और सचिव पर लगाया गंभीर आरोप

बहराइच: पात्र होने के बाद भी ग्रामीणों को नहीं मिला आवास, पूर्व प्रधान और सचिव पर लगाया गंभीर आरोप

बहराइच। हुजूरपुर विकास खंड के ग्राम ऐलिहा के पात्र ग्रामीणों को अभी तक आवास नहीं मिला है। जबकि अपात्रों को आवास दे दिया है। ग्रामीणों ने पूर्व ग्राम प्रधान और सचिव पर सूची से नाम काटे जाने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। हुजूरपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत ऐलिहा में पात्रता के बावजूद ग्रामीणों को …

बहराइच। हुजूरपुर विकास खंड के ग्राम ऐलिहा के पात्र ग्रामीणों को अभी तक आवास नहीं मिला है। जबकि अपात्रों को आवास दे दिया है। ग्रामीणों ने पूर्व ग्राम प्रधान और सचिव पर सूची से नाम काटे जाने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया।

हुजूरपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत ऐलिहा में पात्रता के बावजूद ग्रामीणों को अभी तक प्रधानमंत्री आवास का लाभ नहीं मिला है। इन परिवारों का गरीबी का यह आलम है कि किसी तरह झोपड़ी में अपना गुजारा करते हैं। दिन रात मेहनत मजदूरी करके किसी तरह परिवार का लालन पालन करते हैं।

सिस्टम में बैठे अधिकारियों ने इन परिवारों को इस सलीके से धोखा दिया कि इन परिवारों का सिस्टम से भरोसा उठ गया है। कई बार ग्रामीणों ने गांव के सेक्रेटरी से शिकायत की तो सेक्रेटरी के द्वारा इनको आवास से भगा दिया गया। सेक्रेटरी के दबंगई का आलम यह है कि मुख्यमंत्री को भी वह नहीं समझता है।

गांव निवासी चौधरी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री आवास की सूची में नाम दर्ज था   लेकिन पूर्व प्रधान ने सूची से नाम कटवा दिया। जिसकी शिकायत लेकर सेक्रेटरी अनिल पांडे के पास गए तो अनिल पांडे के द्वारा यह बताया गया कि आप जाकर मुख्यमंत्री से आवास ले लीजिए।

अधिकारियों की बेरुखी की वजह से गरीब परिवारों को जिंदगी में संघर्षों का सामना करना पड़ रहा है। उमस भरी गर्मी में तपती दुपहरी में ग्रामीण झोपड़ी व तिरपाल के नीचे किसी तरह अपना जीवन यापन कर रहे हैं।

नाराज ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर  आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री आवास में जमकर घोटाला किया गया है अपात्र लोगों को भी आवास दे दिए गए हैं ।जबकि पात्रता के बावजूद गरीब परिवार दर-दर ठोकरें खा रहे हैं।ग्रामीणों ने मांग की है कि पूरे मामले की जांच करवा कर घोटाले बाजों पर कड़ी कार्यवाही की जाए।

ग्रामीण चौधरी पुत्र पुत्ती, श्यामा पत्नी बाबादीन, रामकला पत्नी केशवराम, ननकाई पत्नी भगवती, सुनीता पत्नी बैजनाथ,सीतापति पत्नी झुर्रा, सतरानी पत्नी रमेश, सुघा पत्नी आजाद, प्रमोद पुत्र रामप्रसाद, मोलहे पुत्र केशवराम,रमेश पुत्र बाबादीन,बल्लू पुत्र चौधरी, ननकऊ पुत्र बाबू, आजाद पुत्र बाबू,जोगिंदर प्रसाद पुत्र प्रतापबली, ननके पुत्र प्रतापबली, बलविंदर पुत्र मुन्नीलाल,अयूब खान पुत्र नईम खान, हवलदार पुत्र निब्बर, राजकुमार पुत्र प्रतापबली, ननके पुत्र कोटही, फातमा पत्नी असगर अली, विजय पुत्र ननके, मनोज पुत्र ननके,फारुख पुत्र अख्तर अली,ननकू पुत्र झगरू,हरि शंकर पुत्र रामनाथ,पुत्ती लाल पुत्र रामगुलाम,तहलू पुत्र शकूर,

बहादुर पुत्र राजाराम,खुशीराम पुत्र भगवती आदि ग्रामीणों को पात्रता के बावजूद अभी तक आवास नहीं मिला है। जिससे  क्षुब्ध होकर ग्रामीणों ने प्रशासन के विरुद्ध प्रदर्शन किया। इसके बाद जिलाधिकारी को पत्र भेजकर जांच कर कार्यवाई की मांग की है।

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