बरेली: केंद्र सरकार के आम बजट से व्यापारी लगाए बैठे हैं उम्मीदें

ऑनलाइन व्यापार पर लगे लगाम, टैक्स की दरें हों संशोधित

बरेली: केंद्र सरकार के आम बजट से व्यापारी लगाए बैठे हैं उम्मीदें

बरेली, अमृत विचार। केंद्र सरकार के आम बजट से व्यापारियों को काफी उम्मीदें हैं। चूंकि यह अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार का अंतिम पूर्ण बजट होगा। संभावना है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कई अहम और लोकलुभावन घोषणाएं कर सकती हैं। व्यापारियों का कहना है कि ऑनलाइन बाजार पर लगाम लगे और जीएसटी में राहत दी जाए।

ऑनलाइन मार्केट के चलते व्यापारियों को नुकसान पहुंच रहा है। किस तरह व्यापारी कारोबार को चला रहा है। ऐसे में व्यापारियों को आगामी बजट में अधिक से अधिक रियायत व सहूलियत मिलनी चाहिए- अजय सक्सेना, व्यापारी।

व्यापारी हर कदम पर सरकार का सहयोग करता है। इसलिए बजट में व्यापारियों के लिए पेंशन योजना लाए जाने की जरूरत है। व्यापारी की मौत के बाद उसके परिजनों को लोन को लेकर प्रताड़ित न किया जाए, इसका भी ध्यान रखा जाए- कृष्ण देव सूद, व्यापारी।

कोरोना काल में सबसे ज्यादा नुकसान व्यापारियों को हुआ। ऐसे में सरकार को अब बजट में व्यापारी हितों का ध्यान रखना होगा। जीएसटी के दरों में संशोधन करने के साथ ही ऑनलाइन बाजार पर लगाम लगाई लाए, ताकि रिटेल मार्केट के व्यापारियों को कुछ राहत मिल सके- हरीश अरोरा, व्यापारी।

सबसे अधिक टैक्स व्यापारी वर्ग देता है और सुविधाएं अन्य को मिलती हैं। उम्मीद है कि आम बजट में व्यापारियों के हितों को वरीयता पर रखा जाएगा। व्यापारियों के लिए यह सम्मान की बात होगी- दुर्गेश खटवानी, व्यापारी।

लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार के अंतिम बजट से व्यापारी राहत पैकेज मिलने की आस लगाए बैठे हैं। इससे कोविड में हुए नुकसान से उभरने में व्यापारियों को मदद मिलेगी। इसके अलावा पेट्रोल के मूल्य को नियंत्रित करने को बजट में विशेष प्रावधान किया जाए-लविश कपूर।

ऑनलाइन बाजार के जरिये देश के रिटेल सेक्टर को खत्म करने की साजिश की जा रही है। इसके पीछे विदेशी कंपनियां हैं। यही हाल रहा तो व्यापारी बेरोजगार हो जाएंगे। अर्थव्यवस्था पर भी इसका असर पड़ेगा। बजट में इस ओर भी ध्यान दिया जाना चाहिए- राजेश जसोरिया, व्यापारी नेता

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