मुरादाबाद : आलू की आवक बढ़ने और दामों में गिरावट से किसानों को नुकसान

पिछले वर्ष के मुकाबले मंडी में आधे दामों में बिक रहा आलू, पुखराज आलू 150-200 और चिप्सोना की कीमत 250-350 रुपये प्रति बोरी हुई, फुटकर में 5 से 10 रुपये प्रति किलो बिक रहा आलू

मुरादाबाद : आलू की आवक बढ़ने और दामों में गिरावट से किसानों को नुकसान

मुरादाबाद, अमृत विचार। आलू की आवक में इस बार तेजी से बढ़ोतरी हुई है। जिस वजह से मंडी में आलू पिछले साल के मुकाबले आधे दामों में बिक रहा है। इससे किसानों को काफी नुकसान हो रहा है। हालात इतने खराब हैं कि किसान अपनी लागत तक नहीं निकाल पा रहे हैं।

मंडी आढ़ती विजय शर्मा, जयपाल सिंह और जगदीश सिंह आदि ने बताया कि पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार आलू की आवक में बढ़ोतरी हुई है। 2022 में बारिश की वजह से आलू की फसल को काफी नुकसान हुआ था। उपज कम होने से मंडी में आवक कम थी जिससे आलू के भाव में उछाल था। लेकिन, इस बार आलू की उपज ज्यादा है और मंडी में आवक में उछाल है।

इस कारण दामों में गिरावट आई है। 2022 में पुखराज आलू 300 से 400 रुपये प्रति बोरी (50 किलो) और चिप्सोना आलू 400-700 रुपये प्रति बाेरी बिका था। वहीं, इस बार पुखराज 150-200 रुपये व चिप्सोना 250-300 रुपये प्रति बोरी बिक रहा है।

आलू के दाम घटने से किसानों को काफी नुकसान हो रहा है। जिस कारण किसान अपनी लागत तक नहीं निकाल पा रहे हैं। सुभान, रोहित, मुकेश, राजेश, करण सिंह आदि किसानों ने बताया कि एक बीघा आलू में करीब 8000 से 12000 रुपये की लागत आती है। इस समय एक बीघा आलू 5000 से 12,000 रुपये में बिक रहा है।

आढ़ती किसानों से लेते हैं आठ प्रतिशत
आढ़ती किसानों की फसल मंड़ी में बेचने के बदले कुल फसल का आठ प्रतिशत लेते हैं। इन्हीं आठ प्रतिशत में मंढ़ी आढ़ती को 3.5 प्रतिशत मंडी शुल्क के रूप में चुकाना होता है। किसान सिर्फ आठ प्रतिशत देकर अपनी फसल आढ़ती को बेच देते हैं। इससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।

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