नैनीताल: पहाड़ की स्ट्रॉबेरी का घट गया उत्पादन, बाजार में बिक रही हाइब्रिड

नैनीताल: पहाड़ की स्ट्रॉबेरी का घट गया उत्पादन, बाजार में बिक रही हाइब्रिड

नैनीताल, अमृत विचार। पहाड़ में होने वाली स्ट्रॉबेरी का उत्पादन अब पहले की अपेक्षा काफी घट गया है। इस बार ज्योलीकोट के एक ही किसान ने पहाड़ी स्ट्रॉबेरी का उत्पादन किया है। पिछले साल उत्पादन करने वाले काश्तकारों ने उचित दाम नहीं मिलने के कारण इस साल इसका उत्पादन नहीं किया। फिलहाल नैनीताल के बाजार में स्ट्रॉबरी 300 रुपये किलो बिक रही है।

समीपवर्ती ज्योलीकोट के चोपड़ा, सड़ियाताल, गाजा, ढाकाखेत, डांगड़, बकड़खोड़ आदि क्षेत्रों में किसान स्ट्रॉबेरी की खेती करते थे। औसतन प्रति परिवार सालाना दस से 50 हजार तक की आय स्ट्रॉबेरी से होती है। हर साल मार्च में होली के दौरान इसकी आवक होती है।

दशकों से स्ट्रॉबेरी बेच रहे चोपड़ा निवासी प्रताप सिंह जीना बताते हैं कि इस बार स्ट्रॉबेरी की फसल कम है। बताया कि पहाड़ी स्ट्रॉबेरी बेहद कम मिल रही है, वहीं हाइब्रिड स्ट्रॉबेरी भी कई किसानों ने नहीं उगाई। इसका कारण समय पर पर्याप्त बारिश नहीं होना भी बताया जा रहा है। पर्यटन सीजन में इसके दामों में सौ रुपये की और बढ़ोतरी संभव है।

स्ट्रॉबेरी का उत्पादन करने वाले ज्योलीकोट के किसान पूरन भट्ट ने बताया कि नैनीताल क्षेत्र में अंग्रेजों के जमाने में स्ट्रॉबेरी को काफी मात्रा में उगाया जाता था। यहां की स्ट्रॉबेरी आकार में छोटी पर बेहद स्वादिष्ट होती है। पहाड़ी स्ट्रॉबेरी का स्वाद काफी अच्छा होता है। इसकी डिमांड दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के इलाकों में भी होती थी।

लेकिन बदलते समय के साथ किसानों ने हाइब्रिड स्ट्रॉबेरी उगाना शुरू कर दिया। लेकिन इस वर्ष बारिश नहीं होने के कारण इसके फल ठीक से नहीं हुए। अब हाइब्रिड स्ट्रॉबेरी भी यहां फल नहीं दे रही। जहां अन्य वर्षों में चार से पांच हजार किलो तक उत्पादन होता था। वह अब केवल 10 से 20 किलो तक सीमित हो गया है।