मुरादाबाद : रामगंगा नदी उफनाई, खतरे के निशान से 14 सेंटीमीटर दूर

महानगर के कई मुहल्लों पर गहराया संकट, सूरजनगर, भोलानाथ नगर, जिगर कॉलोनी में जलभराव से परेशानी, नदी के किनारे बसे मुहल्लों में घरों की दीवारों तक पानी बह रहा

मुरादाबाद : रामगंगा नदी उफनाई, खतरे के निशान से 14 सेंटीमीटर दूर

मुरादाबाद, अमृत विचार। उत्तराखंड के पहाड़ी और मैदानी इलाकों में बारिश होने और खो बैराज से पानी छोड़े जाने से एक बार फिर रामगंगा, गागन नदी उफान पर है। रामगंगा खतरे के निशान से 14 सेंटीमीटर दूर है। महानगर के कई मुहल्लों सूरजनगर, भोलानाथ कॉलोनी, जिगर कॉलोनी, लालबाग, जामा मस्जिद क्षेत्र में नदी किनारे के इलाके में घरों तक पिछले दिनों हुई बारिश का पानी भरा है। वहीं नदी का जलस्तर बढ़ने पर इसके पानी से लोगों का घर से निकलना मुश्किल है। ताजपुर माफी में भी पानी घरों के किनारे तक है।

बाढ़ की त्रासदी और बरसात में जलभराव नदी किनारे बसे महानगर की कॉलोनियों और गांवों के लोगों की नियति बन गई है। महानगर में रामगंगा किनारे के मुहल्ले सूरजनगर, भोलानाथ कॉलोनी, बंगला गांव, जिगर कालोनी, लालबाग, जामा मस्जिद, वारसी नगर और नवाबपुर के लोगों के मकानों की दीवारों के किनारे पानी है। लो लैंड वाले इलाके में बनी इन कॉलोनियों में शनिवार और रविवार को हुई मूसलाधार बारिश का पानी भरा था। इसकी निकासी हुई नहीं कि रामगंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से इसका पानी आकर भर गया।

 सूरजनगर में घरों की सीढ़ियों तक पानी ही पानी है। मुहल्लेवासियों ने बताया कि नदी में सोमवार से पानी बढ़ा है। जुलाई से लेकर अब तक बाढ़ की समस्या झेल रहे हैं। यहां का रहने वाला छात्र आनंद पीठ पर बैग लेकर पानी के बीच से होकर घर जाते मिला। उसने बताया कि घर के चारों तरफ पानी भरा है। पानी भरने से धान की फसल खराब हो गई। जिससे चारे का संकट बढ़ गया है। रामगंगा किनारे के गांव काफियाबाद, ताजपुर माफी, रसूलपुर नगला में घरों के चारों तरफ और खेतों में पानी भरा है। मुख्य मार्ग पर पानी से राहगीर परेशान है, पैदल निकलने में भी दिक्कत है।

गांव के रास्ते और खेतों में पानी भरने से सबसे ज्यादा दिक्कत चारा लाने में हो रही है। खेत में कहां पर गड्ढा है पानी भरने से पता नहीं चल रहा है। जलस्तर बढ़ने से परेशानी हो रही है।-नाजिम, ताजपुर माफी

मंगलवार की सुबह पानी घरों के सामने आ गया। इससे बाहर निकलने में दिक्कत है। बच्चों को स्कूल-कॉलेज जाने में परेशानी हुई। वह घुटने भर पानी से होकर गए।-ब्रहमपाल सिंह, सूरजनगर

बाढ़ की समस्या के समाधान के लिए स्थाई इंतजाम होना चाहिए। घरों के आगे पानी भरा है। जहरीले सांप और दूसरे कीड़ों का डर बना है। अब बाढ़ के पानी से आवागमन प्रभावित है।-दीपक कुमार, सूरजनगर

मूंढापांडे क्षेत्र के गांवों में पहुंचा कोसी का जल
मुरादाबाद। मूंढापांडे क्षेत्र में कोसी नदी उफान पर है। कई गांवों में पानी पहुंच गया। नदी किनारे के गांव गदीखेड़ा, बुढ़ानपुर एहतमाली, मुगलपुर, भटवाली एहतमाली, कोहनकू में नदी कटान कर रही है। इसके अलावा दौलतपुर, अजमतपुर, रनियाठेर, जगरामपुरा, अहरौला भी बाढ़ की चपेट में है। खेतों में फसल जलमग्न हो गई है।

नदी पार करने वाले किसानों को दिक्कत
मुरादाबाद। रामगंगा नदी के पार खेती करने वाले किसान जलस्तर बढ़ने से परेशान हैं। पशुओं के लिए नाव और बैलगाड़ी से चारा ला रहे हैं। किसान सुमेर सिंह, फजल, आमिर ने बताया कि बाढ़ से डर तो लगता है, लेकिन कुछ कर नहीं सकते। पहले बंगलागांव के पास लकड़ी का पुल था जो बाढ़ में टूट गया। लेकिन अब तक पक्का पुल नहीं बना।

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