बरेली: रबड़ फैक्ट्री से सैकड़ों ट्रॉली मिट्टी ले गया माफिया, छानबीन जारी

रिसीवर की सूचना पर डीएम ने खनन अधिकारी को भेजा, पुलिस को भी दी गई तहरीर

बरेली: रबड़ फैक्ट्री से सैकड़ों ट्रॉली मिट्टी ले गया माफिया, छानबीन जारी

बरेली, अमृत विचार। करीब 18 अरब की भूमि वाली रबड़ फैक्ट्री परिसर में करोड़ों की मशीनरी और दूसरी संपत्तियां देखरेख न होने से खुर्द-बुर्द हो रही हैं। 24 साल से बंद पड़ी फैक्ट्री से करोड़ों का लोहा चोरी हो चुका है, अब फैक्ट्री मिट्टी खनन करने वाले माफिया की नजर पड़ी है। कई दिनों से जेसीबी के जरिए डिस्टलरी प्लांट के पास मिट्टी की बड़े पैमाने पर खुदाई कराई जा रही है। पुलिस के साथ इस मामले में डीएम से भी शिकायत की गई है। सोमवार को डीएम के आदेश पर जिला खनन अधिकारी यहां निरीक्षण करने पहुंचे।

मौके की स्थिति से लग रहा है कि यहां से सैकड़ों ट्रैक्टर-ट्राली मिट्टी चोरी की जा चुकी है। फैक्ट्री से अब तक अपने बकाया के लिए लड़ाई लड़ रहे फैक्ट्री के कर्मचारियों ने इस पर विरोध जताया है। बताया जा रहा है कि 24 फरवरी की रात जेसीबी से फैक्ट्री के बड़े हिस्से में मिट्टी खोदी गई है। फैक्ट्री के सिक्योरिटी सुपरवाइजर नित्यानंद की ओर से थाना फतेहगंज पश्चिमी में तहरीर देकर करीब 150 ट्रैक्टर-ट्राली मिट्टी ले जाने की आशंका जताई है, साथ ही माफिया के विरुद्ध कार्रवाई की भी मांग की है। पुलिस ने इसके बाद छानबीन शुरू कर दी है।

सिक्योरिटी सुपरवाइजर नित्यानंद की ओर से इस मामले में कोर्ट की ओर से नियुक्त रिसीवर एनबी ठक्कर को भी फोन पर जानकारी दी गई है। एनबी ठक्कर के सूचना देने के बाद डीएम रविंद्र सिंह के निर्देश पर जिला खनन अधिकारी लालता प्रसाद अपनी टीम के साथ सोमवार शाम मौके पर पहुंचे और अवैध खनन स्थल की नापजोख की। फिलहाल छानबीन जारी है। बता दें कि फैक्ट्री की जमीन पर मालिकाना हक का मामला बॉम्बे हाईकोर्ट में विचाराधीन है। दिसंबर में हाईकोर्ट ने अलकेमिस्ट कंपनी के पक्ष में हुए आदेश को निरस्त कर राज्य सरकार को भी पार्टी बना लिया है। मालिकाना हक के संबंध में निर्णय आना अभी बाकी है।

पड़ोसी गांव के प्रधान पर शक पर कार्रवाई नहीं
छानबीन में पता चला है कि फैक्ट्री के नजदीक एक गांव के प्रधान ने बड़े पैमाने पर अपने प्लॉट पर मिट्टी का भरान कराया है लेकिन उस प्रधान तक पहुंचने के लिए कोई हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। इस मामले में पुलिस की साठगांठ की भी बात कही जा रही है। कहा जा रहा है कि जेसीबी से खुदाई कर इतनी बड़ी संख्या में ट्रैक्टर-ट्राली सड़कों से गुजर गईं तो पेट्रोलिंग पुलिस को भनक क्यों नहीं लगी।

संपत्ति खुर्द-बुर्द हो जाएगी तो हमारा भुगतान कैसे होगा
रबड़ फैक्ट्री परिसर में अवैध खनन के बाद कर्मचारियों ने कार्यालय पर सतेंद्र सिंह की अध्यक्षता में बैठक की इस घटना पर गुस्सा जताया गया। कर्मचारियों ने कहा कि इस तरह फैक्ट्री की संपत्ति खुर्द-बुर्द होती रही तो उनका भुगतान कहां से होगा। अशोक मिश्रा ने प्रशासन से कार्रवाई करने की मांग की। इसके साथ डीएम और कमिश्नर से मजदूरों को भुगतान के विकल्प पर विचार करने की मांग भी दोहराई। बैठक में गजेन्द्र सिंह, आरसी शर्मा, संत प्रकाश शर्मा, शैलेन्द्र चौबे, हरीश, अजय भटनागर, एससी निगम आदि मौजूद थे।

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