हल्द्वानी: संकट - एसटीएच में हेपेटाइटिस की दवा खत्म, सीएमओ कार्यालय के माध्यम से होती है दवा की आपूर्ति

हल्द्वानी: संकट - एसटीएच में हेपेटाइटिस की दवा खत्म, सीएमओ कार्यालय के माध्यम से होती है दवा की आपूर्ति

हल्द्वानी, अमृत विचार। सुशीला तिवारी अस्पताल (एसटीएच) में हेपेटाइटिस की दवा खत्म हो गई है। सीएमओ कार्यालय का कहना है कि जल्द ही दवा की आपूर्ति करवा दी जाएगी। फिलहाल दवा नहीं होने से मरीज परेशान हैं।

हेपेटाइटिस लीवर से जुड़ी बीमारी है। यह गंभीर बीमारी होती है। जिसमें रोगी की मृत्यु होने का भी खतरा रहता है। हेपेटाइटिस के निशुल्क उपचार के लिए एसटीएच में मॉडल ट्रीटमेंट सेंटर खोला गया है। यहां रोजाना 15 से 20 मरीज मरीज हेपेटाइटिस के पहुंच रहे हैं। हर माह 50 से 100 नए हेपेटाइटिस के मरीज अस्पताल में पहुंचते हैं।

शुक्रवार को अस्पताल में हेपेटाइटिस की दवा खत्म हो गई। यहां आने वाले रोगियों में उत्तर प्रदेश के रोगियों की भी बड़ी संख्या है। एसटीएच में दवा की आपूर्ति सीएमओ कार्यालय नैनीताल से होती है तथा मुख्य चिकित्साधीक्षक (सीएमओ) कार्यालय में दवा की आपूर्ति देहरादून से होती है।

देहरादून में हेपेटाइटिस की दवा केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग की ओर से भेजी जाती है। हर माह दवा की आपूर्ति के लिए एसटीएच में बने सेंटर से मांग पत्र सीएमओ कार्यालय को भेजा जाता है। इस बार भी मांग पत्र सीएमओ कार्यालय को भेजा गया है लेकिन सीएमओ कार्यालय में देहरादून से दवा नहीं आने की वजह से दवा की आपूर्ति शुक्रवार सुबह तक नहीं हो पाई। फिलहाल अस्पताल में हेपेटाइटिस के मरीजों को बिना दवा के ही लौटना पड़ा है। सीएमओ कार्यालय से जानकारी मिली है कि हेपेटाइटिस की दवाओं की आपूर्ति जल्द हो जाएगी।

निजी अस्पतालों में हर माह खर्च होते हैं 40 हजार
हल्द्वानी। हेपेटाइटिस का निशुल्क उपचार स्वास्थ्य विभाग की ओर से किया जाता है। प्राइवेट अस्पतालों में हेपेटाइटिस के उपचार के लिए आने वाली दवाओं की कीमत प्रतिमाह 40 हजार रुपये तक पड़ती है। इसका उपचार भी लंबे समय तक चलता है। डॉक्टरों का कहना है कि मेडिकल स्टोरों पर हेपेटाइटिस के उपचार में इस्तेमाल होने वाले एक इंजेक्शन की कीमत 15 हजार रुपये तक होती है। एसटीएच में नोडल ऑफिसर डॉ. सुभाष जोशी ने बताया कि हेपेटाइटिस की निशुल्क दवा से मरीजों को काफी राहत पहुंचती है। 

टीबी की दवा की आपूर्ति भी होगी जल्द
हल्द्वानी। एसटीएच की टीबी की निशुल्क मिलने वाली दवाओं की आपूर्ति बंद हो गई है। राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अरुण जोशी ने बताया कि दवा की आपूर्ति जल्द करवा दी जाएगी। इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं।

हेपेटाइटिस की दवा केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग से राज्य में भेजी जाती है। हमने मांग पत्र भेज दिया है। जल्द ही हेपेटाइटिस की दवा आ जाएगी।
-डॉ. श्वेता भंडारी, सीएमओ, नैनीताल