अयोध्या: हजरत शाह इब्राहिम शाह का तीन दिवसीय उर्स के दौरान बोले मौलाना मिस्हाब- सूफियों की दरगाह पर नहीं होता कोई भेदभाव

अयोध्या: हजरत शाह इब्राहिम शाह का तीन दिवसीय उर्स के दौरान बोले मौलाना मिस्हाब- सूफियों की दरगाह पर नहीं होता कोई भेदभाव

अयोध्या, अमृत विचार। अयोध्या के मोहल्ला स्वर्गद्वार अड़गड़ा स्थित गंगा जमुनी तहजीब एवं एकता की मिसाल मशहूर दरगाह हजरत सैय्यद शाह मोहम्मद इब्राहिम शाह रहमतुल्लाह अलैह का तीन दिवसीय उर्स मनाया गया। 
उर्स का प्रोग्राम दरगाह के प्रबंधक हाजी मोहम्मद जुनैद कादरी रजवी साहब व कमेटी की देख रेख में हुआ। उर्स के आखिरी दिन जलसा ए दस्तार हिफजुल कुरआन का प्रोग्राम हुआ।

जिसकी सदारत हजरत मौलाना सुफी अब्दुल वहीद और निजामत दरगाह के खादिम हाफिज उवैस रजा कादरी ने फरमाई। मदरसा इब्राहिमया गुलशने औलिया के प्रिंसपल मौलाना कमर सुबहानी के जेरे कयादत प्रोग्राम का आगाज कारी फारूक रजा बलरामपुरी की तिलावते कुरआन से हुआ।

अल जामिआ तुल इस्लामिया कस्बा रौनाही अयोध्या के प्रिंसपल हजरत मौलाना मुफ्ती गुलाम मूर्तजा ने अजमते कुरआन पर रौशनी डाली। इस मौके पर खुसीसी खतीब हजरत मौलाना मुफ्ती जीशान रजा मिसबाही ने कहा कि औलिया अल्लाह ने सारी दुनिया को अमन और मोहब्बत का पैगाम दिया। सुफियों के दरगाहों पर कोई भेद भाव नहीं है। इसलिए हर धर्म समुदाय के अल्लाह के वलियों के दर पर हाजरी देते हैं।

बनारस से आये मौलाना सगीर रजा बनारसी, मौलाना गुलाम अली अलीमी, मौलाना जाहिद अली नूरी गोंडवी ने भी सम्बोधन दिया। कारी रईस अहमद खान ने दस्तार बंदी की रस्म अदा कराई। इस मौके पर शायर कारी ताहिर लखनवी, कारी शकील टांडवी, हाफिज गुलफाम रजा रायबरेली, हाफिज शादाब फ़ैजाबादी, कमर रजा फैजाबादी, अब्दुल वकील गोंडवी ने नातों मनकबत पढ़ी।

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