Bareilly News: कमजोर हो रही रिश्तों की डोर, बेटी होने और मां-बाप से अलग न रहने पर टूट रहे रिश्ते

Bareilly News: कमजोर हो रही रिश्तों की डोर, बेटी होने और मां-बाप से अलग न रहने पर टूट रहे रिश्ते

बरेली, अमृत विचार। पति-पत्नी के बीच रिश्तों की डोर कमजोर हो रही है। किसी का रिश्ता बेटी होने तो किसी का मां-बाप से अलग न रहने पर टूट गया। यहां तक कि कपड़े खरीदने के लिए पैसे न देने की मामूली बात से भी पति-पत्नी अलग हो गए। 

पुलिस लाइन में परिवार परामर्श केंद्र में पांच महीने में पति-पत्नी में झगड़े के 424 मामले पहुंचे, जिनमें सिर्फ 61 मामलों में ही समझौता हो सका। जबकि 199 मामले एक पक्ष के मौजूद न होने के कारण बंद कर दिए गए।

परामर्श केंद्र में प्रतिदिन 10 से 15 शिकायतें पहुंच रही हैं। पांच महीने में केंद्र पर 424 पति-पत्नी के विवाद दर्ज हो चुके हैं। नौ मामलों में मुकदमा दर्ज हो चुका है। वहीं वर्ष 2023 में 1227 में 809 मामलों में समझौता नहीं हो सका था। काउंसलर के मुताबिक एक महीने में तीन से चार बार दंपती को केंद्र पर बुलाया जाता है। काउंसलिंग कर आपसी सुलह से विवाद निपटाने की कोशिश की जाती है। समझौता होने के बाद तीन माह तक दंपती का फीडबैक भी लिया जाता है।

केस-एक
थाना कोतवाली क्षेत्र की एक महिला का आरोप है कि विवाह के बाद से पति ने कपड़े खरीदने के लिए पैसे नहीं दिए। इसलिए वह ससुराल में रहना नहीं चाहती है। पति नए कपड़े खरीद कर देगा, तभी ससुराल जाऊंगी।

केस-दो
थाना इज्जतनगर क्षेत्र के युवक का आरोप है कि उनकी शादी को तीन महीने हुए हैं। पत्नी आए दिन लड़ाई-झगड़ा करती है। पत्नी घर छोड़कर मायके चली गई है। पत्नी परिवार से अलग साथ रहने को बोल रही है।

केस-तीन
थाना कैंट क्षेत्र की महिला के मुताबिक उसकी शादी को पांच साल हो गए हैं। दो बेटियां होने के बाद से पति और सास का नजरिया ही बदल गया है। पति अब उसे घर पर रखना नहीं चाहता।

केस-चार
थाना प्रेमनगर क्षेत्र की महिला आरोप है कि उसकी शादी एक साल पहले हुई थी। शक के चलते रिश्ते में दरार पड़ गई। दो महीने से दोनों अलग रह रहे हैं। आरोप है कि वैवाहिक जीवन में दोनों एक-दूसरे से खुश नहीं हैं।

विश्वास और प्यार की कमी के कारण रिश्ते टूटने लगते हैं। परिवार के बड़ों की भी जिम्मेदारी है कि वे रिश्ता बनाए रखने में मदद करें। केंद्र पर प्रतिदिन 10 से 15 मामले पहुंच रहे हैं। परामर्श केंद्र में कानूनी कार्रवाई से पहले ज्यादा से ज्यादा मामलों को जोड़ने की कोशिश रहती है।-आयशा, उपनिरीक्षक, परिवार परामर्श केंद्र पुलिस लाइन

ये भी पढे़ं- बरेली: रोडवेज में संविदा चालकों की पद पर निकली बंपर भर्ती, जानिए कितना मिलेगा वेतन