हर साल करीब डेढ़ करोड़ लोगों को चपेट में ले रहा काला दमा

हर साल करीब डेढ़ करोड़ लोगों को चपेट में ले रहा काला दमा

बरेली, अमृत विचार। विश्व काला दमा (सीओपीडी-क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज) दिवस पर रोहिलखंड मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में बुधवार को जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यकम के माध्यम से टीबी और चेस्ट विभाग के विशेषज्ञों ने काला दमा व अनेक ह्रदय संबंधी रोगों के बारे में जानकारी दी। इन रोगों से बचाव के तरीके …

बरेली, अमृत विचार। विश्व काला दमा (सीओपीडी-क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज) दिवस पर रोहिलखंड मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में बुधवार को जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यकम के माध्यम से टीबी और चेस्ट विभाग के विशेषज्ञों ने काला दमा व अनेक ह्रदय संबंधी रोगों के बारे में जानकारी दी। इन रोगों से बचाव के तरीके भी सुझाए। बतौर मुख्य अतिथि बरेली इंटरनेशलनल यूनिवर्सिटी के प्रति कुलाधिपति डा. अशोक अग्रवाल ने इन्हेलर थैरेपी पर आधारित शिक्षा पत्रक का भी विमोचन किया।

कार्यक्रम संयोजक डा. रिषी कुमार सैनी और डा. जावेद खान ने संयुक्त रूप से बताया कि इस रोग के प्रति लोगों को सचेत करने और बचाने के लिए देशभर में विश्व स्वाथ्य संगठन के द्वारा प्रतिवर्ष नवंबर में वर्ल्ड सीओपीडी डे मनाया जाता है। बताया कि प्रतिवर्ष लगभग डेढ़ करोड़ लोग काला दमा की चपेट में आते हैं। जबकि लापरवाही के कारण लगभग 6 लाख लोगों की मृत्यु हो जाती है। टीबी व चेस्ट के विभागाध्यक्ष डा. राजेश अग्रवाल ने अतिथियों का स्वागत किया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानाचार्य डा. चंद्र मोहन ने आरएमएसीएच द्वारा धूम्रपान और बायोमास के धुएं के विषय पर महत्वपूर्ण जानकारी दी। कार्यक्रम के अंत में डा. भूषण कुमार ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में नर्सिंग कॉलेज के प्राचार्य, विभागाध्यक्ष, शिक्षक, तस्लीम, डा. फैज शम्सी, 260 से ज्यादा रोगी, छात्र और चिकित्सक उपस्थित रहे।

सांस रोगियों की ओपीडी में आधे लोग सीओपीडी के आ रहे
कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने बताया कि इस रोग में सांस का फूलना, सीने में दर्द और खांसी की समस्या होती है। आजकल श्वांस के रोगियों की ओपीडी में देखा गया है कि लगभग आधे से ज्यादा मरीजों में सीओपीडी की पुष्टि हो रही है। महिलाओं में चूल्हे और कोयले के धुएं के कारण यह रोग गंभीर रूप धारण कर लेता है।

पुरुषों में धूम्रपान के कारण यह रोग पनपता है। रोग के बारे में विस्तृत जानकारी देने के लिए नर्सिंग कॉलेज के छात्रों ने आकर्षक नाट्य प्रस्तुति देकर लक्षण और बचाव के तरीके बताए। रोगियों के लिए प्रश्नोत्तरी का संचालन डा. पियाली सरकार ने किया और प्रश्न का सही उत्तर देने वालों को पुरस्कृत किया गया।