
हल्द्वानी: इस बार मां की उपासना और अल्लाह की इबादत दोनों एक साथ होंगे शुरू
भूपेश कन्नौजिया, हल्द्वानी, अमृत विचार। इस वर्ष मां की उपासना के दिन नवरात्र और अल्लाह की इबादत का पाक महीना यानि माह-ए-रमजान एक साथ आ रहे हैं। यह न केवल पर्व बल्कि देशहित में आपसी प्रेमभाव और सौहृार्द का एक पैगाम भी है जिसे लेकर हर कोई उत्साहित है। 22 मार्च को कलश स्थापना होगी। रमजान की चांद रात भी 22 को ही होगी।
ज्योतिषिचार्य डा.मंजू जोशी और पंडित कैलाश पांडे ने बताया कि चैत्र नवरात्र 22 मार्च से शुरू हो रहे हैं। इस बार मातारानी का आगमन नौका से होगा जिसे शुभ संकेत माना गया है। नौका माता का आगमन 110 साल बाद हो रहा है। इससे पहले 1913 में माता रानी नाव पर सवार होकर आई थीं। चैत्र नवरात्र के साथ ही हिंदू नववर्ष का शुरू हो जाएगा।
वहीं जामा मस्जिद बंजारन के नायब इमाम मौलाना मुस्तफा ने बताया कि 22 को चांद दिखा तो पहला रोजा 23 को इस्लामी हिजरी 1444 वर्ष का 9वां महीना पवित्र रमजान शुरू हो जाएगा। यदि 22 मार्च को शाबान की 29 तारीख यानी चांद रात को चांद दिखाई दिया तो 23 मार्च को रमजान महीने की पहली तारीख और पहला रोजा होगा। चांद दिखाई देते ही तराबी की नमाज शुरू हो जाएगी।
चैत्र नवरात्र होगी बेहद खास
हल्द्वानी। इस बार की चैत्र नवरात्र को बेहद खास माना जा रहा है क्योंकि ये पूरे 9 दिन होगी। 22 से लेकर 30 मार्च तक नवरात्र हैं, 31 मार्च को दशमी के दिन पारण होगा। चैत्र नवरात्र से तीन दिन पहले 19 मार्च को दोपहर 11:16 से पंचक शुरू हो रहे हैं। पंचक का समापन 23 मार्च दोपहर 2:09 पर होगा।
चैत्र नवरात्रि के प्रारंभ के समय में उत्तर भाद्रपद नक्षत्र है। उत्तर भाद्रपद नक्षत्र को ज्ञान, खुशी और सौभाग्य का संकेत माना जाता है। यह 22 मार्च को दोपहर 03:32 मिनट तक है। इस नक्षत्र के स्वामी शनि हैं और इसके राशि स्वामी गुरु हैं। इस साल चैत्र नवरात्रि की शुरुआत शुक्ल योग में हो रही है, जो 22 मार्च को प्रात:काल से लेकर सुबह 9:18 मिनट तक है। उसके बाद से ब्रह्म योग प्रारंभ होगा, जो 23 मार्च की सुबह 06:16 बजे तक रहेगा। फिर इंद्र योग प्रारंभ हो जाएगा। इस तरह चैत्र नवरात्रि के प्रथम तिथि पर 3 शुभ योग शुक्ल, ब्रह्म और इंद्र योग बन रहे हैं।
घटस्थापना का शुभ मुहूर्त
कलश स्थापना तिथि : 22 मार्च 2023
शुभ मुहूर्त : सुबह 06:23 मिनट से 7:32 मिनट तक
शुभ मुहूर्त की अवधि : 01 घंटा 09 मिनट
सबसे लंबा रोजा 13 घंटे 50 मिनट का होगा
इस बार रोजा एक घंटा छोटा रहेगा इस बार मुकद्दस रमजान का सबसे लंबा रोजा 13 घंटे 50 मिनट का होगा, जबकि पिछले वर्ष 14 घंटे 52 मिनट का रोजा था। यह कमी साल दर साल हो रही है फिलहाल रोजेदारों को माने रमजान का बेसब्री से इंतजार है और मुस्लिम क्षेत्रों में रमजान की तैयारी भी शुरू हो गई हैं।
Related Posts
Post Comment
Advertisement
ताजा समाचार

Comment List