जम्मू-कश्मीर: धनशोधन के मामले में पूर्व मंत्री लाल सिंह को भेजा गया सात दिन की ED हिरासत में

जम्मू-कश्मीर: धनशोधन के मामले में पूर्व मंत्री लाल सिंह को भेजा गया सात दिन की ED हिरासत में

जम्मू। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मंत्री लाल सिंह को यहां की अदालत ने बुधवार को सात दिनों के लिए प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में भेज दिया। सिंह को एक दिन पहले ही मामले में गिरफ्तार किया गया था।

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डोगरा स्वाभिमान संगठन पार्टी (डीएसएसपी) के अध्यक्ष सिंह को विशेष अदालत द्वारा अग्रिम जमानत की उनकी अर्जी खारिज किए जाने के महज कुछ घंटों के बाद मंगलवार शाम को चावडी इलाके के सैनिक कॉलोनी स्थित उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया गया था। सिंह की पत्नी और पूर्व विधायक कांता अंदोत्रा ​​द्वारा संचालित एक शैक्षिक न्यास के खिलाफ दर्ज एक मामले की ईडी जांच कर रही है।

विशेष लोक अभियोजक अश्विनी खजुरिया ने कहा कि गिरफ्तार आरोपी को विशेष अदालत के समक्ष पेश किया गया। उन्होंने बताया कि ईडी ने उनकी 14 दिन हिरासत मांगी लेकिन अदालत ने सात दिन की हिरासत मंजूर की। खजुरिया ने आदेश का हवाला देते हुए बताया कि विशेष न्यायाधीश ने आरोपी द्वारा की गई शारीरिक परेशानी की शिकायत पर संज्ञान लिया और उनकी उचित चिकित्सा जांच के लिए कहा।

अधिकारियों ने कहा कि सिंह को बेचैनी की शिकायत के बाद मंगलवार देर रात सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) अस्पताल ले जाया गया था। उन्हें बुधवार अपराह्न करीब तीन बजे अस्पताल से छुट्टी दी गई और वहां से सीधे उन्हें अदालत ले जाया गया। हालांकि, सिंह ने आरोप लगाया कि उन्हें भले अस्पताल ले जाया गया लेकिन वहां पर उनका ठीक से इलाज नहीं किया गया।

अदालत ले जाते समय सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं अस्पताल के आपात चिकित्स वार्ड में था लेकिन मुझे उचित इलाज देने से इनकार कर दिया गया और यहां तक मेरी भर्ती फाइल भी ठीक से नहीं बनाई गई और न ही कई जांच की गई। उन्होंने चिकित्सकों को मजबूर किया कि वे कहें कि मैंने सीटी स्कैन कराने से मना कर दिया।’

सिंह के कई समर्थक अस्पताल के बाहर जमा हो गए और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ नारेबाजी की। उनका आरोप है कि लोकसभा चुनाव से पहले सिंह को आधारहीन मामलों में फंसाया जा रहा है। सिंह दो बार सांसद और तीन बार विधायक चुने गए। वह 2014 में कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए थे और पूर्ववर्ती पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी)-भाजपा सरकार में मंत्री थे।

भाजपा के समर्थन वापस लेने से महबूबा मुफ्ती नीत सरकार जून 2018 में गिर गई थी। सरकार गिरने से कई महीने पहले ही सिंह ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया था और अपनी नयी पार्टी डीएसएसपी बनाई। 

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