बरेली: हत्यारोपी पुलिस वालों की गिरफ्तारी के लिए आज से अनिश्चितकालीन धरना

बरेली: हत्यारोपी पुलिस वालों की गिरफ्तारी के लिए आज से अनिश्चितकालीन धरना

बरेली, अमृत विचार। जुआरियों के नाम न बताने पर पुलिस की पिटाई से मारे गए आलमपुर जाफराबाद के किसान संतोष शर्मा के परिवार वालों में अफसरों की वादाखिलाफी से भारी गुस्सा है।

आरोपी पुलिस वालों की गिरफ्तारी न होने को लेकर पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर की पार्टी के साथ वे शुक्रवार से कलेक्ट्रेट के बाहर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे। दिवाली से पहले भमोरा के थाने की सरदारनगर चौकी की पुलिस आलमपुर जाफराबाद गांव में जुआरियों को पकड़ने एंबुलेंस से पहुंची थी।

जुआरियों के हाथ न आने पर पुलिस वालों ने इधर से गुजर रहे किसान संतोष शर्मा को पकड़कर उनके नाम पूछे, संतोष ने नाम बताने से इन्कार किया तो उन्हें बेरहमी से पीटा और बेहोश होने पर छोड़कर भाग गए। गंभीर चोटें लगने की वजह से दो दिन बाद अस्पताल में संतोष की मौत हो गई थी।

गांव और परिवार के लोगों के दबाव में एसएसपी के आदेश पर इसके बाद आरोपी चौकी इंचार्ज टिंकू कुमार समेत छह पुलिस कर्मियों को निलंबित कर उनके खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज की गई लेकिन एसपी देहात और बिथरी विधायक डॉ. राघवेंद्र शर्मा के दावे के बावजूद उन्हें अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।

इस वादाखिलाफी के विरोध में शुक्रवार से संतोष के परिवार वाले आजाद अधिकार सेना के साथ कलेक्ट्रेट के बाहर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे। पार्टी प्रवक्ता नूतन ठाकुर ने बताया कि उनकी पार्टी 17 नवंबर से संतोष शर्मा हत्याकांड के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रदर्शन करेगी।

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधिकारियों को पत्र भी लिखा है। उन्होंने बताया कि पार्टी के मंडल अध्यक्ष शहनबाज साबरी के नेतृत्व में प्रदर्शन किया जाएगा।

हजार बार पूछो तब भी यही कहेंगे, मेरे भाई की हत्या पुलिस वालों ने ही की
संतोष के परिवार वालों ने अफसरों पर आरोपी पुलिस वालों की गिरफ्तारी टालने के लिए केस को बयान और जांच में उलझाने का आरोप लगाया है।

संतोष के भाई कृष्ण कुमार शर्मा ने बताया कि उनके भाई को सरदारनगर चौकी इंचार्ज टिंकू कुमार, एंबुलेंस ड्राइवर, छह पुलिस कर्मियों और तीन अज्ञात लोगों ने जुआरियों के नाम न बताने पर पीटा था। पुलिस बयान दर्ज करने के बहाने आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं कर रही है। यदि गिरफ्तारी न हुई तो वे मुख्यमंत्री से भी मिलेंगे।

उन्होंने बताया कि इंस्पेक्टर फतेहगंज पश्चिमी शुक्रवार को उन लोगों के बयान लेंगे। उधर, इंस्पेक्टर भमोरा परमेश्वरी ने बताया कि घटना की इंस्पेक्टर फतेहगंज पश्चिमी जांच कर रहे हैं। अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है।

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