Exclusive: कानपुर-गाजियाबाद एक्सप्रेस-वे का काम जल्द शुरू होने की उम्मीद... आबादी से दूर फोरलेन होगा निर्माण, इन शहरों से होकर गुजरेगा

कानपुर-गाजियाबाद एक्सप्रेस-वे का काम जल्द शुरू होने की उम्मीद

Exclusive: कानपुर-गाजियाबाद एक्सप्रेस-वे का काम जल्द शुरू होने की उम्मीद... आबादी से दूर फोरलेन होगा निर्माण, इन शहरों से होकर गुजरेगा

कानपुर, (मनोज त्रिपाठी)। कानपुर-गाजियाबाद ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस –वे का निर्माण कार्य जल्दी ही शुरू होने की उम्मीद बलवती हो गई है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने इस एक्सप्रेस-वे की डीपीआर की प्रारंभिक समीक्षा करके प्रस्ताव को अंतिम रूप देने के निर्देश दिए हैं। 

केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने दो वर्ष पहले इस एक्सप्रेस-वे को बनाए जाने की घोषणा की थी। 380 किलोमीटर लंबा यह  एक्सप्रेस-वे 10 जिलों से होकर गुजरेगा। इसके बनने से अधिकतम साढ़े पांच घंटे में कानपुर से  गाजियाबाद पहुंचा जा सकेगा। अभी गाजियाबाद और कानपुर के बीच एनएच-91 है, जिसकी लंबाई 468 किलोमीटर है।

कानपुर और गाजियाबाद के बीच लगातार बढ़ते ट्रैफिक के दबाव को कम करने, प्रदेश के दो प्रमुख औद्योगिक शहरों को जोड़ने और ग्रीन एक्सप्रेस-वे नीति के तहत आबादी से दूर एक्सप्रेस-वे बनाने की बाध्यता के चलते  कानपुर-गाजियाबाद ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण की योजना को मंजूरी प्रदान की गई थी। 

यह ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे कानपुर-उन्नाव सीमा क्षेत्र से शुरू होकर कन्नौज, फर्रुखाबाद, कासगंज, एटा, अलीगढ़, बुलंदशहर, हापुड़ होते हुए नोएडा-गाजियाबाद तक शुरू में चार लेन का बनाया जाएगा, जिसे बाद में छह लेन का विस्तार दिया जा सकेगा। 

इस एक्सप्रेस-वे के जरिए कानपुर-गाजियाबाद-नोएडा के सीधे जुड़ने से औद्योगिक विकास के साथ व्यापार और कारोबार को बढ़ावा मिलने से हजारों लोगों को रोजगार मिल सकेगा। इसके निर्माण की डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) को भोपाल की लायन इंजीनियरिंग कंसल्टेंट एजेंसी अंतिम रूप दे रही है। प्रोजेक्ट के पूरा होने की संभावित मियाद अभी वर्ष 2026 तय की गई है।

जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से सीधा जुड़ जाएगा शहर

कानपुर को इस एक्सप्रेस-वे के जरिए सीधे जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक कनेक्टिविटी दी जाएगी। जेवर एयरपोर्ट के पास वाहनों को चढ़ने और उतरने के लिए लूप का निर्माण किया जाना है। सिरसा में यह एक्सप्रेसवे ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे को भी जोड़ेगा। सिरसा तक कनेक्टिविटी मिलने से वाहन ईस्टर्न पेरिफेरल तक सीधे पहुंच सकेंगे।

कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के साथ रिंग रोड से भी जुड़ेगा

रूट मैप के मुताबिक इस एक्सप्रेस-वे का उत्तरी टर्मिनल एनएच-9 (गाजियाबाद-हापुड़ राजमार्ग) पर होगा, जबकि दक्षिणी टर्मिनल निर्माणाधीन कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के 62.7 किमी में कानपुर-उन्नाव सीमा पर जुड़ेगा। इस एक्सप्रेस-वे को प्रस्तावित कानपुर आउटर रिंग रोड से भी कनेक्टिीविटी प्रदान की जाएगी। 

हापुड़ और मेरठ एक्सप्रेस-वे के लिए बनेगी कनेक्टर रोड 

पहले यह एक्सप्रेस-वे कानपुर से हापुड़ के बीच बनाए जाने की योजना बनी थी। लेकिन अब बदलाव किया गया है। नई योजना में इस एक्सप्रेस-वे से हापुड़ को जोड़ने के लिए 60 किलोमीटर लंबे कनेक्टर रोड का निर्माण किया जाएगा। इससे यह एक्सप्रेस-वे हापुड़ में मेरठ एक्सप्रेस-वे से भी जुड़ जाएगा। इस एक्सप्रस-वे का निर्माण गाजियाबाद की सीमा से एनएच-9 को जोड़ते हुए शुरू किया जाएगा। 

एनएच-91 से 20 किमी दूरी पर होगा निर्माण कार्य

एनएच-91 और ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे के बीच की दूरी 20 किमी की होगी। एनएचएआई के अधिकारियों के अनुसार चार लेन के इस एक्सप्रेस-वे के लिए काफी स्थानों पर भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है। 

फर्रुखाबाद को भी मिला जुड़ाव

इस ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस- वे में पहले फर्रुखाबाद को नहीं जोड़ा गया था। लेकिन फर्रुखाबाद के सांसद मुकेश राजपूत की पहल पर योजना में फर्रुखाबाद को शामिल किया गया। फर्रुखाबाद की सीमा में एक्सप्रेस –वे सिवारा के पास से प्रवेश करेगा और खुदागंज के पास से निकलकर उन्नाव-कानपुर की ओर जाएगा। इससे फर्रुखाबाद के लोग अधिकतम दो घंटे में कानपुर पहुंच सकेंगे।

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