माफिया मुख्तार अंसारी की मौत, 1988 में पहली बार दर्ज हुआ था क्रिमिनल केस, यहां देखें उसके अपराधों की कुंडली…

माफिया मुख्तार अंसारी की मौत, 1988 में पहली बार दर्ज हुआ था क्रिमिनल केस, यहां देखें उसके अपराधों की कुंडली…

लखनऊ। यूपी के बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी से गुरुवार की रात को बांदा मेडिकल कॉलेज में दिल का दौड़ा पड़ने से निधन मौत हो गई है। मिली खबर के अनुसार मुख्तार की तबियत अचानक आई हार्ट अटक के चलते बिगड़ी थी जिसके बाद उससे बेहोशी के हालत में पुलिस ने जेल से जिले के मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट किया था। प्रशासन की तरफ से उसकी मौत का मेडिकल बुलेटिन जारी कर आधिकारिक पुष्टि की गई है। 

गौरतलब है कि मुख्तार अंसारी पर उत्तर प्रदेश  पंजाब और दिल्ली में संगीन धाराओं में 65 से ज्यादा मामले दर्ज थे। यूपी पुलिस के मुताबिक  मुख्तार पर गाजीपुर, वाराणसी, चनौली, आजमगढ़, मऊ, सोनभद, लखनऊ, बाराबंकी और आगरा में लूट, डकैती, अपहरण,रंगदारी और हत्या से संबंधित धाराओं में मामले दर्ज थे। सबसे ज्यादा मामले उसके गृह जिले गाजीपुर में दर्ज है। 8 मुकदमें ऐसे हैं जो मुख्तार के जेल रहने के दौरान दर्ज किये गए।

आठ मामलों में सुनाई गई थी सजा

मुख्तार अंसारी के खिलाफ दर्ज किए गए 65 मामलों में से 21 मुकदमें की सुनवाई विभिन्न अदालतों में विचाराधीन है। मुख्तार को आठ मामलों में कोर्ट से सजा सुनाई जा चुकी थी। जिसकी सजा वह जेल में रहकर काट रहा था।

मुख्तार को इन मामले में सुनाई गई थी सजा

21.09.2022 को एक मामले में लखनऊ में मुख्तार को सात साल की सजा और 37 हजार जुर्माना लगाया गया था। 23.09.2022 को एक अन्य मामले में लखनऊ की कोर्ट ने 5 साल सजा और 50 हजार जुर्माना लगाया था। 15.12.2022 को गाजीपुर में 10 साल की सजा और 5 लाख जुर्माना लगाया गया था।  29.04.2023 को गाजीपुर की कोर्ट ने 10 साल की सजा और 5 लाख जुर्माना लगाया था। 05.06.2023 को वाराणसी कोर्ट ने आजीवन कारावास और एक लाख जुर्माना की सजा सुनाई थी। 27.10.2023 को गाजीपुर की कोर्ट ने 10 साल की जेल और 50 हजार जुर्माना की सजा सुनाई थी। 15.12.2023 को वाराणसी कोर्ट ने 5 साल 6 महीने जेल की सजा और 10 हजार जुर्माना लगाया था। 13.03.2024 को वाराणसी कोर्ट ने गाजीपुर से जुड़े एक मामले में आजीवन कारावास और दो लाख जुर्माना की सजा सुनाई थी। बता दें कि मुख्तार अंसारी के खिलाफ 1988 में पहली बार क्रिमिनल केस दर्ज हुआ था। गाजीपुर में दर्ज हुए इस केस में अंसारी बरी हो चुका है। 

मुख्तार अंसारी के खिलाफ ये केस सबसे ज्यादा चर्चित रहे...
  • गाजीपुर में बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या
  • मन्ना हत्याकांड के गवाह रामचंद्र मौर्य की हत्या
  • फर्जी शस्त्र लाइसेंस हासिल करने पर केस
  • कांग्रेस के नेता अजय राय के भाई की हत्या
  • मऊ में ए श्रेणी ठेकेदार मन्ना सिंह हत्याकांड
  • रामचंद्र मौर्य के बॉडी गार्ड सिपाही सतीष का मर्डर
  • इलाहाबाद की स्पेशल एमएलए कोर्ट गैंगस्टर के 4 केस
  • आजमगढ़ के ऐराकला गांव में मजदूर हत्या
  • 26 फरवरी 1996 को गाजीपुर में एएसपी शंकर जायसवाल पर जानलेवा हमला, आरोप मुख्तार पर लगा
  • 1997 में पूर्वांचल के सबसे बड़े कोयला कारोबारी रूंगटा को अगवा करने का आरोप लगा।
  • साल 2012 में महाराष्ट्र सरकार ने मुख्तार पर मकोका लगाया, कई संगीन धारओं में केस दर्ज हुए
मुख्तार के खिलाफ कार्रवाई

11 नवंबर 2020: मुख्तार की पत्नी और सालों की 22 करोड़ की संपत्ति की गईं कुर्क
13 नवंबर 2020: दलितों की जमीन पर बने मुख्तार के गोदाम पर चला बुल्डोजर
9 जून 2021: बेटे अब्बास और उमर के नाम पर रजिस्टर्ड जमीन की गई जब्त
3 अगस्त 2021: मुख्तार के साले आतिफ का आलीशान बंगला किया गया सील
26 अक्टूबर 2021: गाजीपुर में बन रहा मुख्तार का कॉम्प्लेक्स किया गया सील
21 नवंबर 2021: लखनऊ के हुसैनगंज में मुख्तार की 3 करोड़ की संपत्ति जब्त
22 दिसंबर 2021: मुख्तार की 17 दुकानें की गईं सील
23 फरवरी 2022: विधानसभा चुनाव के बीच मुख्तार के गजल होटल पर गिरी गाज. 25 लाख से ज्यादा के हथियार, 72 लाख रुपए के गहने भी किए गए जब्त

बता दें कि मुख्तार अंसारी मऊ की मऊ सदर विधानसभा सीट से लगातार पांच बार विधायक रह चुका था। मुख्तार अंसारी ने 2022 में विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा था और उसकी सीट पर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) से किस्मत आजमा रहे मुख्तार के बेटे अब्बास अंसारी को विधायक चुना गया था। गाजीपुर की एक अदालत ने 29 अप्रैल को तत्कालीन भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के बाद गैंगस्टर अधिनियम के तहत दर्ज 2007 के एक मामले में मुख्तार अंसारी को 10 साल और उसके भाई और बसपा सांसद अफजाल अंसारी को चार साल की जेल की सजा सुनाई थी।

यह भी पढ़ें:-Mukhtar Ansari: मुख्तार अंसारी की बांदा मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत, प्रदेश में अलर्ट जारी