रुद्रपुर: बाबा तरसेम हत्याकांड में नामजद को क्लीन चिट देने की मांग...
रुद्रपुर, अमृत विचार। तराई सिख महासभा और भारतीय सिख संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड की घोर निंदा की जाती है। वहीं हत्याकांड की आड़ में निर्दोष सिखों का उत्पीड़न भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने हत्याकांड में नामजद तीन संभ्रांत लोगों को क्लीन चिट देने और प्रकरण की जांच से असंतुष्ट होने की दशा में सीबीआई जांच करवाने का भी आह्वान किया है।
सोमवार को तराई सिख महासभा व भारतीय सिख संगठन के बलजीत सिंह, दर्शन सिंह और सेवानिवृत्त कर्नल गुरदेव सिंह ने कहा कि 28 मार्च की सुबह छह बजे नानकमत्ता डेरा कार सेवा के प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की बाइक सवार सिख व्यक्तियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसकी सिख संगत घोर निंदा करता है। उन्होंने बताया कि हत्याकांड के एक घंटे बाद शूटर के नाम घोषित हो गये और पुलिस ने बाबा के करीबी को सूचना देने के आरोप में गिरफ्तार भी कर लिया है।
हत्याकांड के सोलह घंटे बाद साजिश के तहत पूर्व आईएएस हरबंस सिंह चुघ, तराई सिख संगठन के अध्यक्ष प्रीतम सिंह संधू और नवाबगंज गुरुद्वारे के बाबा अनूप सिंह के खिलाफ के खिलाफ हत्याकांड प्रकरण में मुकदमा पंजीकृत किया गया, जबकि प्रीतम सिंह ने नानकमत्ता गुरुद्वारा की संपत्ति को खुर्दबुर्द होने के लिए संघर्ष किया और गुरुद्वारे के प्रधान पूर्व आईएएस ने गुरु घर की मर्यादा को कायम रखने में अहम भूमिका निभाई, जबकि बाबा अनूप सिंह ने बीस साल पहले ही गुरुद्वारे से अपना नाता तोड़ बिलासपुर में शिक्षा सहित विकास को प्राथमिकता दी। यही कारण है कि तीनों को नामजद करना सोची समझी साजिश का हिस्सा है।
उन्होंने कहा कि हत्याकांड की आड़ में पुलिस बेगुनाह सिख लोगों को प्रताड़ित कर रही है और एक माह बाद भी पुलिस को हत्याकांड की वास्तविकता का पता नहीं चला, जबकि हत्याकांड में नामजद तीनों लोगों का कोई लेना देना नहीं। इस दौरान उन्होंने प्रदेश के सीएम से भी महज नानकमत्ता गुरुद्वारा बाबा से नजदीकी बनाकर संगत की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का कार्य किया है। उन्होंने शासन-प्रशासन से जल्द नामजद तीनों लोगों को क्लीनचिट देने और हकीकत जानने के लिए सीबीआई जांच कराने का मुद्दा उठाया।
उन्होंने कहा कि जल्द ही शासन प्रशासन ने उनकी मांगों पर गौर नहीं किया तो यूपी-उत्तराखंड गुरुद्वारा कमेटी वृहद आंदोलन को बाध्य होगी। इस मौके पर डॉ. दलजीत सिंह, बलवीर सिंह, लखविंदर सिंह, दविंदर सिंह, अमरजीत सिंह, संतोख सिंह रंधावा, महेंद्र सिंह, हरि सिंह, जसवीर सिंह, सतनाम सिंह, रणजीत सिंह, कुलदीप सिंह, सतनाम सिंह, दर्शन सिंह, लखविंदर सिंह, पलविंदर सिंह फौजी, प्रभजीत सिंह, जिंदर सिंह आदि मौजूद रहे।