बदायूं: अमृत सरोवर में उड़ रही धूल, भीषण गर्मी में प्यास से व्याकुल हुए जीव
बदायूं, अमृत विचार। भीषण गर्मी में तालाब सूख गए हैं। उनमें धूल के गुब्बार उड़ रहे हैं। तालाबों में पानी न होने की वजह से पशु पक्षियों के लिए इधर उधर भटकना पड़ रहा है। अभी तक प्रशासन द्वारा इनमें पानी भरवाने का इंतजाम नहीं किया है।
बरसात का पानी संचय करने के लिए जिले में करीब 282 अमृत तालाबों का निर्माण कराया गया था। इनमें टहलने के लिए पथ और प्रकाश की व्यवस्था करने के साथ ही बैठने के लिए बेंच भी बनाई गईं थीं। अमृत सरोवरों की खुदाई कराने के साथ ही उनमें पानी भी भरवाया गया था।
इसके बाद मानसून सीजन के दौरान यह तालाब पानी से लबालब हो गए थे। लेकिन अब इन तालाबों की हालत काफी खराब हैं। इन तालाबों में पानी न होने से अप्रैल की गर्मी में पशु और पक्षियों को भटकना प्यास बुझाने के लिए पड़ रहा है। जिला प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारी तालाबों में पानी भरवाने को लेकर गंभीर नहीं हैं।
बबई भटपुरा में बने तालाब पड़े सूखे
उसावां ब्लॉक की ग्राम पंचायत बबई भटपुरा और उसके मजरा मिर्जापुर एक एक तालाब का निर्माण हुआ था। लेकिन अब यह तालाब भीषण गर्मी में सूख चुके हैं। इनमें एक बूंद पानी नहीं हैं। और न ही छाया के लिए लगाया गया एक वृक्ष दिखाई दे रहा है। ऐसी स्थिति में पशु पक्षी पानी पीने के लिए इधर उधर भटक रहे हैं।
सूख चुके हैं पोखर
सड़कों के दोनों ओर पोखर बरसात के दौरान लबालब दिखाई दे रहे थे। इनमें मार्च माह के दौरान पानी दिखाई दे रहा था। परंतु अब यह पोखर भी सूख गए हैं। इनमें पानी के स्थान पर वृक्षों से गिरे सूखे पत्ते और कूड़े के सिवाए कुछ नहीं दिख रहा है।
बदहाली पर आंसू बहा रहे तालाब
म्याऊं विकासखंड क्षेत्र में करीब 160 से अधिक ग्राम पंचायतें हैं। अधिकांश ग्राम पंचायतों में बने तालाबों में धूल उड़ रही है। हाल यह है कि ग्राम पंचायतों में लाखों रुपये लगाकर बनाए गए मॉडल तालाब अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं। मॉडल तालाबों में पानी की जगह धूल उड़ती दिख रही है। भीषण गर्मी में पशु-पक्षियों को भी पानी नसीब नहीं हो रहा है।
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