प्रतापगढ़ : सोनपुर में ब्राम्हण महापंचायत का अल्टीमेटम, सौंपा मांगपत्र
परशुराम सेना के पदाधिकारियों ने की डीएम से मुलाकात,कहा न हो राजनीति
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प्रतापगढ़ अमृत विचार । जेठवारा के सोनपुर में बीते आठ जून को सुबह जमीन के विवाद में पैसे के लेनदेन में मौलाना फारूक की हत्या हो गई थी। जिसमें सपा का प्रतिनिधि मंडल 15 जून को सोनपुर जाकर मौलाना के परिजनों से मिलेगा। इस बात से नाराज परशुराम सेना ने डीएम से मिलकर ब्राम्हण महापंचायत का अल्टीमेटम दिया है।
राष्ट्रीय परशुराम सेना के अध्यक्ष प्रदीप शुक्ला के नेतृत्व में सैकड़ों अधिवक्ता व परशुराम सेना के कार्यकर्ता मंगलवार को डीएम संजीव रंजन से मिले। सोनपुर की घटना में निर्दोष लोगों को आरोपी बनाए जाने और घटना के बाद वहाँ के हिंदू परिवारों के घरों में की गई तोड़फोड़ पर आक्रोश व्यक्त किया। डीएम को मांगपत्र देते हुए कहा कि हिंदू परिवारों के घरों में की गई तोड़फोड़ और पत्थर बाजी करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाए। डीएम से घटना की उच्चस्तरीय जाँच की मांग करते हुए कहा कि किसी भी राजनीतिक दल को वहां न जाने दिया जाए।
ग्राम प्रधान समेत 50 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई की मांग
जेठवारा के सोनपुर में 65 वर्षीय मौलाना फारूक की हत्या के बाद आरोपियों के अलावा अन्य घरों में तोड़फोड़ की गई थी। इस बात लो लेकर गिरीश चन्द्र पाण्डेय ने जेठवारा थाना समेत पुलिस अधिकारियों को शिकायती पत्र दिया है। आरोप लगाया है कि मौलाना की हत्या के बाद ग्राम प्रधान सलमान खान पुत्र रियाजुद्दीन, रिजवान खान,मुकीम समेत 40- 50 लोगों ने आरोपियों समेत बेगुनाह घरों में घुसकर तोड़फोड़ और लूटपाट किये। डर से सहमी महिलाएं समेत परिवार के सदस्य घर छोड़कर कर चले गए हैं। सभी आरोपियों को चिन्हित कर केस दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है।
मौलाना हत्याकांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार
जेठवारा के सोनपुर में आठ जून को सुबह जमीन के विवाद में पैसे के लेन-देन को लेकर हुई मौलाना फारूक की हत्या का मुख्य आरोपित चंद्रमणि तिवारी पकड़ा गया। उसे पुलिस ने मंगलवार को डेरवा बाजार से गिरफ्तार कर लिया। उसके बताने पर हत्या में प्रयुक्त फावड़ा भी मिला है। पूछताछ में उसने बताया कि मौलाना को उसने जो जमीन उसने बैनामा की थी, वह उसे वापस करने का दबाव डालकर अपने पैसे मांग रहे थे। कहासुनी के दौरान आवेश में आकर फावड़े से प्रहार कर दिया, जिससे फारूक की जान चली गई। एएसपी पश्चिमी संजय राय ने बताया कि चंद्रमणि को जेल भेज दिया गया। इस हत्याकांड में उसकी पत्नी सीता देवी व एक अन्य आरोपी देवी प्रसाद पहले ही जेल भेजे जा चुके हैं। अभी चंद्रमणि के दो बेटे भी जो नामजद हैं, उनका पता नहीं चला है।
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