बरेली: सीओ ने आवास में लगवाया एसी, नहीं किया भुगतान, स्टोर इंचार्ज से कहा एडजेस्ट करो

कहीं रिश्वतखोरी कहीं मुफ्तखोरी... यही है सिस्टम

बरेली: सीओ ने आवास में लगवाया एसी, नहीं किया भुगतान, स्टोर इंचार्ज से कहा एडजेस्ट करो

बरेली, अमृत विचार। पुलिस महकमे में रिश्वतखोरी या मुफ्तखोरी जरा भी ऐसी बात नहीं है जिस पर किसी को चौंकाया जा सके मगर फिर भी जिले में यह सप्ताह इस महकमे पर हद से ज्यादा भारी गुजरा है। चार दिन के अंदर रिश्वत लेते हुए दो दरोगा भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम के हाथों गिरफ्तार होकर सलाखों के पीछे जा चुके हैं।

तीन पुलिस वालों को वाहन चेकिंग के बहाने उगाही करने के मामले में खुद एसएसपी ने निलंबित किया है। भ्रष्टाचार के ये सभी मामले थाना और पुलिस चौकी के स्तर के थे लेकिन जिले के दो सीओ के भी भ्रष्टाचार के आरोपों में घिर जाने के बाद पुलिस महकमे पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। इनमें एक सीओ मीरगंज दीपशिखा है जिन पर एक ईंट भट्ठा मालिक के दो लाख की रिश्वत मांगने का आरोप लगाने के बाद जांच शुरू हो गई है।

दूसरे सीओ पुलिस लाइन प्रियतोष त्रिपाठी है, जिन पर उन्हीं के मातहत ने मुफ्तखोरी के आरोप लगाए हैं। इन आरोपों की भी जांच चल रही है। हाल दूसरे सरकारी महकमों का भी इससे अलग नहीं है।

सीओ पुलिस लाइन पर मुफ्तखोरी केआरोप, एसएसपी ने शुरू कराई जांच
एक तरफ जीरो टॉलरेंस के नारे गूंज रहे हैं, दूसरी तरफ भ्रष्टाचार की बहार परवान चढ़ रही है। सीओ मीरगंज के बाद अब सीओ पुलिस लाइन भी भ्रष्टाचार के आरोपों में घिर गए हैं। पुलिस लाइन के ही स्टोर इंचार्ज ने उन पर मुफ्तखोरी के आरोप लगाए हैं। उसके मुताबिक करीब 52 हजार कीमत का एसी, फ्रिज और टाटा स्काई लेने के बाद सीओ उनसे 46 हजार का होम थिएटर और मांगने लगे। उन्होंने इन्कार किया तो उन्हें पद से ही हटा दिया। इस मामले में शिकायत के बाद एसएसपी ने सीओ के खिलाफ जांच का आदेश दिया है।

पुलिस लाइन में जीपी स्टोर के इंचार्ज रहे हेड कांस्टेबल धर्मेंद्र कुमार ने अपने सीओ प्रियतोष त्रिपाठी की कलई खोलकर रख दी है। धर्मेंद्र के मुताबिक अप्रैल की शुरुआत में आरआई हरमीत सिंह ने मौखिक रूप से उनसे सीओ के ऑफिस में लगा एसी खराब हो जाने की बात कहते हुए वहां नया एसी लगाने को कहा था। आरआई के इस आदेश पर वह 6 अप्रैल 2024 सीओ के ऑफिस में नया एसी लगवाने पहुंचे, लेकिन वहां बताया गया कि एसी ऑफिस नहीं, सीओ के आवास पर लगना है। उन्होंने 9 अप्रैल को सीओ के आवास पर एसी लगवा दिया। इसके बाद वह एसी के अनुमति पत्र पर आरआई से हस्ताक्षर कराने के बाद सीओ के पास पहुंचे लेकिन उन्होंने हस्ताक्षर करने के बजाय उसे ऐसे ही एडजस्ट करने को कहा। अनुमति पत्र पर पेन से क्रॉस भी बना दिया।

धर्मेंद्र का आरोप है कि इससे पहले मार्च 2024 में भी सीओ ने अपने आवास के लिए सैमसंग कंपनी का 192 लीटर का फ्रिज और टाटा स्काई का कनेक्शन उनसे लिया था। एसी, टाटा स्काई और फ्रिज की कीमत 52 हजार 800 रुपये है लेकिन सीओ ने एक पैसे का कोई भुगतान नहीं किया। इसके बावजूद 17 अप्रैल को वह उन्हें अपनी सरकारी गाड़ी में बैठाकर बाजार ले गए। गाड़ी में गनर निरंकार सिंह और तरुण भी मौजूद थे। एक शोरूम पर सीओ ने 46 हजार का सोनी का होम थिएटर पसंद कर गाड़ी में रखवाने को कहा लेकिन उन्होंने इस पर असहमति जता दी। इस पर सीओ उन पर नाराज हो गए।

धर्मेंद्र का आरोप है कि सीओ ने उन्हें चेतावनी दी कि जब वह इतना काम नहीं करा सकते तो उनका स्टोर इंचार्ज रहना बेकार है। इसके बाद 20 अप्रैल 2024 को ही उन्हें स्टोर इंचार्ज के पद से हटाकर प्रदीप कसाना की तैनाती कर दी। धर्मेंद्र की शिकायत पर एसएसपी ने एसपी देहात मानुष पारीक को जांच का आदेश दिया है।

एक के बाद एक भ्रष्टाचार के मामलेउजागर होने से विभाग की फजीहत
पुलिस लाइन के जीपी स्टोर के इंचार्ज रहे धर्मेंद्र कुमार की ओर से इस मामले में शिकायत के बाद एसएसपी ने एसपी सिटी राहुल भाटी से उसकी प्रारंभिक जांच कराई थी। एसपी सिटी ने पिछले महीने धर्मेंद्र कुमार के बयान दर्ज किए थे। उनकी जांच रिपोर्ट पर एसएसपी ने अब एसपी देहात मानुष पारीक को विस्तृत जांच का आदेश दिया है। उधर, प्रारंभिक जांच के दौरान धर्मेंद्र कुमार ने जो बयान दिया था, वह अब वायरल हो गया है। महकमे में एक के बाद एक भ्रष्टाचार के मामले उजागर होने और इनमें अफसरों के भी घिरने से पुलिस महकमे की जमकर फजीहत हो रही है।

एसपी दक्षिणी मानुष पारीक को प्रकरण की जांच सौंपी है। आरोपों की सत्यता के बारे में जांच रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा। अगर सीओ दोषी पाए जाएंगे तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। भ्रष्टाचार किसी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा - घुले सुशील चंद्रभान, एसएसपी

ये भी पढे़ं- बरेली: 4.60 लाख किसानों का बनेगा पहचान पत्र, सत्यापन कर ID बनाने के आदेश