हल्द्वानी: उत्तराखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर चिंतन

हल्द्वानी: उत्तराखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर चिंतन

हल्द्वानी, अमृत विचार। ह्यूमन राइट्स लॉ नेटवर्क की ओर से शनिवार को चेतना भवन काठगोदाम में दो दिवसीय राज्य स्तरीय मानव अधिकार सम्मेलन शुरू हो गया है। सम्मेलन में वक्ताओं ने उत्तराखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर चिंता जाहिर की है। वक्ताओं ने कहा कि कोरोना ने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की पूरी तरह से …

हल्द्वानी, अमृत विचार। ह्यूमन राइट्स लॉ नेटवर्क की ओर से शनिवार को चेतना भवन काठगोदाम में दो दिवसीय राज्य स्तरीय मानव अधिकार सम्मेलन शुरू हो गया है। सम्मेलन में वक्ताओं ने उत्तराखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर चिंता जाहिर की है।

वक्ताओं ने कहा कि कोरोना ने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की पूरी तरह से पोल खोल दी है। फादर डेरिक पिंटो ने कहा कि मनुष्य ने समाज और पर्यावरण दोनों को बुरी तरह से नुकसान पहुंचाया है। राज्य आंदोलनकारी मोहन पाठक ने कहा कि एक बार राज्य निर्माण लिये संघर्ष किया अब राज्य को बचाने के लिए संघर्ष करने के लिए एकजुट होना पड़ेगा।

सामाजिक कार्यकर्ता इस्लाम हुसैन ने कहा कि राज्य में अब तक बनी सरकारों के केंद्र में कभी भी स्वास्थ्य सेवा नहीं रही। उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी, महासचिव प्रभात ध्यानी, भारती पांडे, दुष्यन्त मैनाली, डीके जोशी, अभिजीत नेगी ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन स्निग्धा तिवारी ने किया।