Salute: देश की ये जांबाज महिला सैनिक हैं बेहद खासमखास, इन्होंने रच दिया इतिहास

Salute: देश की ये जांबाज महिला सैनिक हैं बेहद खासमखास, इन्होंने रच दिया इतिहास

नई दिल्ली। नेवल एयर एन्क्लेव, पोरबंदर में स्थित भारतीय नौसेना के INAS 314 के 5 अधिकारियों ने 03 अगस्त 2022 को डोर्नियर 228 विमान में सवार होकर उत्तरी अरब सागर में पहला सर्व-महिला स्वतंत्र समुद्री टोही और निगरानी मिशन पूरा करके इतिहास रच दिया। भारतीय नौसेना ( Indian Navy) की जाबांज महिला अफसरों ने डोर्नियर …

नई दिल्ली। नेवल एयर एन्क्लेव, पोरबंदर में स्थित भारतीय नौसेना के INAS 314 के 5 अधिकारियों ने 03 अगस्त 2022 को डोर्नियर 228 विमान में सवार होकर उत्तरी अरब सागर में पहला सर्व-महिला स्वतंत्र समुद्री टोही और निगरानी मिशन पूरा करके इतिहास रच दिया।

भारतीय नौसेना ( Indian Navy) की जाबांज महिला अफसरों ने डोर्नियर 228 ( Dornier 228) विमान में उत्तरी अरब सागर में पहली बार महिला स्वतंत्र समुद्री टोही और निगरानी मिशन को पूरा करने के बाद इतिहास रच दिया।

3 अगस्त को नेवल एयर एन्क्लेव, पोरबंदर स्थित भारतीय नौसेना के एयर स्क्वाड्रन (आईएनएएस) 314 के पांच महिला अधिकारियों ने डोर्नियर 228 विमान में सवार होकर उत्तरी अरब सागर में पहला महिला स्वतंत्र समुद्री निगरानी मिशन पूरा दिया, जिसके बाद भारतीय नौसेना ने अपने नाम एक और कीर्तिमान स्थापित कर लिया है।

विमान की कप्तानी मिशन कमांडर लेफ्टिनेंट कमांडर आंचल शर्मा ने की। उनकी टीम में पायलट लेफ्टिनेंट शिवांगी और लेफ्टिनेंट अपूर्वा गीते और टैक्टिकल और सेंसर ऑफिसर लेफ्टिनेंट पूजा पांडा और एसएलटी पूजा शेखावत थे।

INAS 314 पोरबंदर, गुजरात में स्थित एक फ्रंटलाइन नेवल एयर स्क्वाड्रन है और अत्याधुनिक डोर्नियर 228 समुद्री टोही विमान संचालित करता है। इस ऐतिहासिक उड़ान से पहले महिला अधिकारियों को महीनों तक ग्राउंड ट्रेनिंग और व्यापक मिशन ब्रीफिंग प्राप्त हुई।

सशस्त्र बलों में परिवर्तन लाने में भारतीय नौसेना सबसे आगे रही है। यह प्रभावशाली है। साथ ही महिला सशक्तिकरण में बेहतरीन पहल है जिसमें महिला पायलटों को शामिल करना, हेलीकॉप्टर स्ट्रीम में महिला वायु संचालन अधिकारियों का चयन और 2018 में दुनिया भर में एक महिला नौकायन अभियान का संचालन करना शामिल है।

हालांकि, यह अपनी तरह का पहला सैन्य उड़ान मिशन था। जो यूनिक था। उम्मीद है कि विमानन संवर्ग में महिला अधिकारियों के लिए अधिक जिम्मेदारी संभालने और अधिक चुनौतीपूर्ण भूमिकाओं की आकांक्षा रखने का मार्ग प्रशस्त करेगा। यह शायद सशस्त्र बलों के लिए एक अनूठी उपलब्धि का प्रतीक है कि केवल महिला अधिकारियों के एक दल ने एक बहु-चालक समुद्री निगरानी विमान में एक स्वतंत्र परिचालन मिशन को अंजाम दिया।

इन अधिकारियों को सफलतापूर्वक ऐसा करने और पूरे भारत और दुनिया में लाखों महिलाओं को सभी बंधनों से मुक्त होने और अपने सपनों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करने के लिए बहुत-बहुत बधाई। यह वास्तव में एक मिशन था जिसने अपनी वास्तविक भावना में नारी शक्ति का प्रदर्शन किया।

बता दें कि इससे पहले साल 2018 में, INSV तारिणी पर सवार सभी महिला भारतीय नौसेना के चालक दल ने आठ महीने तक सफलतापूर्वक दुनियाभर का चक्कर लगाकर ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की थी।

ये भी पढ़ें : छोटा बच्चा जान के हमसे ना टकराना रे! KBC का करोड़पति बच्चा याद है?, जो आज IPS बन कर रहा देश की सेवा