क्या फोन कवर का इस्तेमाल करने से आती है स्लो चार्जिंग से ओवरहीटिंग जैसी समस्या, जाने

क्या फोन कवर का इस्तेमाल करने से आती है स्लो चार्जिंग से ओवरहीटिंग जैसी समस्या, जाने

नई दिल्ली। आज हर व्यक्ति के पास एक स्मार्ट फोन तो होता ही हैं। जब स्मार्ट फोन है तो फोन कर कवर भी होगा। हम में से अधिकतर लोग फोन को प्रोटेक्ट करने के लिए बैक कवर का इस्तेमाल करते हैं। आप में से कई ने ऐसी खबरें भी पढ़ी होंगी की कवर लगाना सही नहीं है लेकिन इसे माना नहीं होगा। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे की ऐसा क्यों बोला जाता है की फोन को कवर लगआकर इस्तेमाल करना खतरनाक हो सकता है।

जब हम लोग फोन को इस्तेमाल करने है तो फोन में से हीट निकलती हैं। कवर की वजह से हीट को निकलने में परेशानी हो सकती है। इससे फोन में आपको औसत से ज्यादा हीटिंग परेशानी देखने को मिल सकती है। फोन ज्यादा हैंग और लैग करना शुरू हो सकता है। कवर की वजह से चार्जिंग की स्पीड भी कम हो सकती है।

अगर आप के फोन के कवर की क्वालिटी के सही नहीं हैं। तो इससे  बैक्टीरिया या जर्म्स उस पर बने रह सकते हैं। अगर कवर में मैगनेट भी है तो इससे GPS और कंपास में परेशानी आ सकती है।
जाहिर है कवर से फोन का डिजाइन और लुक तो चुप ही जाता है। इसी के साथ कवर लगने पर स्मार्टफोन अच्छी सिग्नल स्ट्रेंग्थ के लिए ज्यादा पावर का इस्तेमाल करता है। इसके कारण यह ज्यादा हीट जनरेट करता है और ज्यादा रेडिएट करता है।

अब यह कहना भी गलत होगा की कवर लगाने के नुकसान ही नुकसान हैं। अगर आपका फोन ग्लास बैक का है तो यह पैनल टूटने से बचाता है। डिवाइस को प्रोटेक्ट भी करता है। अगर डिवाइस का रियर प्लास्टिक या मेटल का है तो यह स्क्रैच लगने से बचाता है और डिवाइस का भी बचाव करता है।

ऐसे बैक कवर्स का इस्तेमाल करें जिसमें छेद हो। सिर्फ बम्पर केस यानी की सिर्फ फ्रेम का इस्तेमाल करें। गर्मियों में स्मार्टफोन को चार्ज करते समय, गेमिंग करते समय, लम्बे समय के लिए वीडियो या फोटो शूट करते समय, GPS या मैप्स का इस्तेमाल करते समय, हॉटस्पॉट या वाईफाई का इस्तेमाल करते समय कवर हटा दें। अपने बैक कवर को सैनिटाइजर से थोड़े-थोड़े दिनों में साफ करते रहे।

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