बरेली: वाहन के नंबर से हुआ साफ, नहीं था सरकारी खाद्यान्न

बरेली: वाहन के नंबर से हुआ साफ, नहीं था सरकारी खाद्यान्न

बरेली, अमृत विचार। सोमवार को एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसमें कुछ लोग खाद्यान्न लदे वाहन पर बोरों से अनाज निकाल रहे थे। वाहन पर चढ़ा व्यक्ति अनाज दूसरे कट्टे में भरकर नीचे खड़े व्यक्ति को दे रहा है। वाहन का नंबर बरेली का ही था। जिसके आधार पर मंगलवार को पूर्ति विभाग के अधिकारियों ने जांच शुरू की।

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वाहन के नंबर के जरिये आरटीओ से डिटेल निकलवाई तो वाहन आंवला निवासी मनोज नाम के व्यक्ति का निकला। वाहन मालिक को पूर्ति विभाग कार्यालय बुलाकर पूछताछ की गई। जिसमें उसने बताया कि देवचर मंडी से गेहूं लादकर प्रेमनगर थाना क्षेत्र स्थित एक चक्की पर पहुंचाया था। जिसके बाद जिलापूर्ति अधिकारी ने चक्की पर टीम भेजकर मामले की जांच कराई। 

चक्की मालिक आशीष अग्रवाल ने पूर्ति विभाग की टीम को बताया कि उन्होंने गेहूं देवचरा मंडी से अपनी चक्की के लिए खरीदा था। चक्की स्वामी द्वारा गेहूं खरीद से संबंधित रसीद आदि भी दिखाई गई। दरअसल, कोटेदार आए दिन शिकायत करते हैं कि उन्हें खाद्यान्न कम मिलता है। सिंगल स्टेज के ठेकेदारों पर मनमानी के आरोप लगाए जाते हैं, लेकिन यह वीडियो सामने आने के बाद कोटेदारों ने सवाल खड़े किये थे। जिलापूर्ति अधिकारी नीरज सिंह ने बताया कि वीडियो की जांच कराई गई है। जांच में पता चला है कि यह खाद्यान्न सरकारी नहीं है। बल्कि एक चक्की संचालक का गेहूं है।

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