परमाणु महाशक्ति रूस के राष्ट्रपति Vladimir Putin के खिलाफ आईसीसी का वारंट 'बेतुका'!
वाशिंगटन। अमेरिका के ऊपरी सदन सीनेट के निदर्लीय उम्मीदवार डायने सारे ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय की ओर से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ जारी किया गया गिरफ्तारी वारंट पूरी तरह से ‘बेतुका’ है और इसका उद्देश्य परमाणु महाशक्ति के लिए खतरनाक सुरक्षा स्थिति पैदा करना है।
सारे ने स्पूतनिक से बातचीत में कहा, “यह स्पष्ट रूप से बेतुका है। यह एक प्रमुख परमाणु महाशक्ति संपन्न देश के प्रमुख के लिए खतरनाक सुरक्षा स्थिति पैदा करने के लिए तैयार किया गया है और यह सिर्फ उसी का संकेत है, जो मैं पहले कह रहा था। सत्य का कोई मानक नहीं है ... अभी न्याय का दोहरा मानक है। जाहिर तौर पर नियम-आधारित आदेश का अर्थ है कि हम नियम बनाते हैं, लेकिन हम न केवल नियम बनाते हैं, बल्कि नियम स्वयं मनमाने होते हैं और बदले जा सकते हैं।”
आईसीसी ने मार्च में यूक्रेन से रूस में बच्चों के गैरकानूनी स्थानांतरण का आरोप लगाते हुए राष्ट्रपति पुतिन और बच्चों के अधिकारों के लिए आयुक्त मारिया लावोवा-बेलोवा के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। रूस बलपूर्वक किसी भी बच्चे के स्थानांतरण से इनकार करता है और कहता है कि वह उन्हें सबसे पहले निकालता है और शत्रुता से दूर सुरक्षित स्थानों पर रखता है। रूस आईसीसी के अधिकार क्षेत्र को मान्यता नहीं देता है।
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