October 2023 Festival List: नवरात्रि से लेकर विजयदशमी और शरद पूर्णिमा तक, जानें अक्टूबर महीने में पड़ने वाले व्रत-त्योहारों की सूची
October 2023 Festival List: अक्टूबर का महीना आज से शुरु हो चुका है और साथ ही त्योहारो का सीजन भी आ चुका है। हिंदू धर्म में अक्टूबर यानी आश्विन मास का विशेष महत्व है। इसी महीने में ही जीवित्पुत्रिका व्रत (जितिया), शारदीय नवरात्रि, दशहरा और शरद पूर्णिमा जैसे महत्वपूर्ण व्रत-त्यौहार आएंगे। इन व्रत और त्योहारों की विशेष धार्मिक मान्यता है। तो आइए जानते हैं कि अक्टूबर में आने वाले इन बड़े व्रत-त्यौहार की डेट क्या है।
अक्टूबर 2023 व्रत-त्योहारों की सूची
- 2 अक्टूबर 2023: संकष्टी चतुर्थी व्रत
- 6 अक्टूबर 2023 : श्री महालक्ष्मी व्रत समाप्त, जीवित्पुत्रिका या जितिया व्रत
- 10 अक्टूबर 2023: इंदिरा एकादशी
- 11 अक्टूबर 2023: प्रदोष व्रत
- 12 अक्टूबर 2023: मासिक शिवरात्रि
- 14 अक्टूबर 2023: सर्वपितृ अमावस्या, सूर्य ग्रहण
- 15 अक्टूबर 2023: शारदीय नवरात्रि आरंभ, घटस्थापना
- 18 अक्टूबर 2023: तुला संक्रांति, विनायक चतुर्थी
- 19 अक्टूबर 2023: उपांग ललिता व्रत
- 20 अक्टूबर 2023: सरस्वती आवाहन, स्कंद षष्ठी
- 21 अक्टूबर 2023: सरस्वती पूजन
- 22 अक्टूबर 2023: सरस्वती विसर्जन, श्री दुर्गाष्टमी
- 23 अक्टूबर 2023: महानवमी
- 24 अक्टूबर 2023: दुर्गा विसर्जन, विजयदशमी, दशहरा
- 25 अक्टूबर 2023: पापांकुशा एकादशी
- 26 अक्टूबर 2023: प्रदोष व्रत
- 28 अक्टूबर 2023: अश्विन पूर्णिमा व्रत, शरद पूर्णिमा व्रत, कोजागर पूजा, मीराबाई जयंती
- 29 अक्टूबर 2023: कार्तिक माह आरंभ, चंद्र ग्रहण
नवरात्रि 2023
हिंदू पंचांग के अनुसार, आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि यानी 15 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि शुरू होगी, जो कि 24 अक्टूबर 2023 को समाप्त होगी। 24 अक्टूबर को ही दशहरा यानी विजय दशमी मनाई जाएगी।
सूर्य और चंद्र ग्रहण 2023 की डेट
इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर को लगेगा। वहीं साल 2023 का आखिरी चंद्र ग्रहण 29 अक्टूबर को लगने वाला है। ग्रहण में सूतक काल को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। सूतक काल के दौरान भगवान की पूजा की मनाही होती है। सूतक काल में मंदिरों के कपाट भी बंद कर दिए जाते हैं।
शरद पूर्णिमा 2023 इस दिन
अश्विन माह की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा भी कहते हैं। इस साल यह दिन 28 अक्टूबर को पड़ रहा है। शरद पूर्णिमा की रात बड़ी ही खास होती है। इस रात को चांद की रोशनी बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जाती है। कहते हैं शरद पूर्णिमा की रात को चांद की रोशनी में कुछ ऐसे तत्व मौजूद होते हैं, जो हमारे शरीर और मन को शुद्ध करके एक पॉजिटिव ऊर्जा प्रदान करते हैं। वहीं बता दें कि शरद पूर्णिमा की रात को दूध, चावल की खीर बनाकर चांद की रोशनी में रखने का विधान है।
(नोट- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। अमृत विचार इसकी पुष्टि नहीं करता है।)
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