रुद्रपुर: तराई में बारिश ने बढ़ाई किसानों की टेंशन, 15 मिलीमीटर तक बारिश हुई तो किसानों को होगा नुकसान

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Published By Bhupesh Kanaujia
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रुद्रपुर, अमृत विचार। तराई में पहले क्रय केंद्रों में धान खरीद नहीं होने और अब बारिश होने से किसानों की टेंशन को बढ़ा दिया है। मौसम वैज्ञानिकों ने इस बारिश को धान की फसल के लिए नुकसानदेह नहीं बताया है। हालांकि कई स्थानों पर धान की फसल हवा से लेट भी गयी है। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर बारिश 15 मिलीमीटर तक हुई और हवा चली तो किसानों को काफी नुकसान हो सकता है।

तराई में एक अक्टूबर से धान की खरीद शुरू हो गयी है। शुरुआती दिनों में क्रय केंद्रों में राइस मिलर्स और कच्चा आढ़तियों की सूची जारी नहीं होने से क्रय केंद्रों में धान की खरीद शुरू नहीं हो पायी थी। इसको लेकर किसानों ने आक्रोश भी जताया था और धान की बालियां तक को जला दिया था। इसके बाद आनन-फानन में खाद्य विभाग ने राइस मिलर्स और कच्चा आढ़तियों की सूची जारी करने और क्रय केंद्र में धान की खरीद का वादा किया। इसके बाद किसान शांत हुए।

वहीं अब अचानक हवा चलने और बारिश होने से किसानों की टेंशन और बढ़ गयी है। किसानों का कहना है कि बारिश से धान की तैयार फसल में नमी की मात्रा बढ़ जाएगी। ऐसे में धान काटना अभी मुश्किल होगा। हालांकि मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि सोमवार को हुई बारिश और हवा से धान की फसल को कोई नुकसान नहीं होगा। अगर बारिश 15 मिलीमीटर तक हुई और हवा चली तो धान की फसल को नुकसान हो सकता है।

बारिश के साथ आयी हल्की हवा से कई स्थानों पर धान की फसल को थोड़ा नुकसान हुआ है। बारिश से अब नमी की मात्रा बढ़ जाएगी और किसानों को धान की फसल काटने में दो-तीन दिन तक इंतजार करना पड़ेगा। अगर और अधिक बारिश हुई तो किसानों को काफी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ेगा।

-विक्रम सिंह विर्क, किसान, रुद्रपुर

 

सोमवार को हुई बारिश धान की फसल के नुकसानदेय नहीं हैं। अगर आने वाले दिनों में बारिश 15 मिलीमीटर तक हुई और हवा तेज चली तो धान की फसल को नुकसान हो सकता है। हालांकि मंगलवार को भी बारिश की संभावना बनी हुई है।

-डॉ. आरके सिंह, मौसम वैज्ञानिक, जीबी पंत विश्वविद्यालय

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