पीलीभीत: 90% से ज्यादा या मिले शून्य अंक तो दोबारा चेक होगी कॉपी, बोर्ड ने दिए निर्देश

पीलीभीत: 90% से ज्यादा या मिले शून्य अंक तो दोबारा चेक होगी कॉपी, बोर्ड ने दिए निर्देश

पीलीभीत, अमृत विचार: यूपी बोर्ड की ओर से कॉपियों का मूल्यांकन शुरू हो चुका है। पहले दिन 5404 कॉपियों का मूल्यांकन हो सका। रविवार को भी कॉपियों का मूल्यांकन जारी रहा। जहां दोनों केंद्रों पर 16972 कॉपियों का मूल्यांकन पूरा किया गया।  

इस बार बोर्ड की ओर से परीक्षार्थियों के हित में कई नियमों में बदलाव किए गए हैं। अगर मूल्यांकन के दौरान परीक्षक किसी परीक्षार्थियों को 90 प्रतिशत से अधिक अंक देता है या फिर शून्य अंक मिलता है,  तो उसकी दोबारा से कॉपी चेक कराई जाएगी। जिससे डीएचई चेक कर कॉपी पर हस्ताक्षर करेंगे। इसके बाद भी अंक निर्धारित किए जाएंगे।

जिले में बोर्ड कॉपियों के मूल्यांकन के लिए दो केंद्र बनाए गए हैं। जिसमें एक  ड्रमंड राजकीय इंटर कॉलेज और राजकीय बालिका इंटर कॉलेज है। बोर्ड की ओर से करीब दो मंडलों के जिलों की 1,90,568  कॉपियां अलॉट की गई हैं। जिसमें शनिवार को मूल्यांकन कार्य के दौरान इंटरमीडिएट की 1996 कॉपी और जीजीआईसी की 3408 कॉपियों का मूल्यांकन पूरा कर लिया गया है। 

पहले दिन डीएचई (उप प्रधान परीक्षक) ने कॉपियां चेक की। जिनकी रिपोर्ट ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड  कर दी गई है। कॉपियों का मूल्यांकन भी परीक्षा की तरह सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में हुआ। रविवार को भी दोनों केंद्रों पर मूल्यांकन कार्य जारी रहा। ड्रमंड कॉलेज में इंटरमीडिएट की 8633 कॉपियों का मूल्यांकन किया गया। जबकि जीजीआईसी में हाईस्कूल की  8349 कॉपियां जांची गई।

इस बार बोर्ड ने नए नियम भी लागू किए गए हैं। जिसके तहत  परीक्षार्थी किसी भी विषय में 90 प्रतिशत से अधिक लाता है। या फिर शून्य मिलता है तो उसकी कॉपी दोबारा चेक करने के निर्देश दिए हैं। परीक्षकों को स्टेप बाई स्टेप मार्किंग करना अनिवार्य होगा।  यदि किसी प्रश्न का उत्तर तीन स्टेप में पूर्ण हो रहा है और उसमें परीक्षार्थी दो स्टेप सही किया है तो उसे सही स्टेप के अंक दिए जाएंगे।

इसके अलावा विज्ञान, गणित और अन्य तकनीकी विषयों में सवाल का हल सही होने और यूनिट न  लिखने या गलत लिखने पर आंशिक अंक काटे जाएंगे। वहीं सवाल के सभी स्टेप्स सही होने और केवल जवाब गलत होने पर भी शून्य अंक नहीं दिया जाएगा।  

साथ ही परीक्षार्थियों की कॉपियों पर अंक साफ-साफ  अंकित किए जाएंगे। इसमें ओवरराइटिंग नहीं होगी।  किसी भी स्थिति में अंक बदलने पड़े तो पहले वाले को काटकर दोबारा साफ-साफ लिखा जाएगा और हस्ताक्षर किए जाएंगे। परीक्षार्थियों को सुंदर लिखावट के लिए भी एक अंक दिया जाएगा।  

मूल्यांकन कार्य तेजी से किया जा रहा है। 90 प्रतिशत से अधिक अंक वाले परीक्षार्थी की कॉपी पुन: जांची जाएगी--- गिरजेश कुमार चौधरी, डीआईओएस।

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