हल्द्वानी: मार्गों पर बसें चलाने का परमिट निजी हाथों में देने का विरोध  

हल्द्वानी: मार्गों पर बसें चलाने का परमिट निजी हाथों में देने का विरोध  

हल्द्वानी, अमृत विचार। सड़कों पर बसों के चलने का परमिट निजी हाथों में जाने से उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन एवं परिवहन निगम के कर्मचारियों ने विरोध करना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में यूनियन की शाखा काठगोदाम की मासिक बैठक में सोमवार को कर्मचारियों ने काठगोदाम डिपो परिसर में ही सांकेतिक प्रदर्शन कर विरोध जताया।

यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कमल पपनै ने बताया कि बीते दिनों ही शासन की ओर से राज्य के विभिन्न मार्गों पर परमिट के लिए आवेदन मांगे गए हैं, जिसके बाद मार्गों के परमिट के लिए आवंटन किए जाने हैं। उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन इसका पुरजोर विरोध करती है।

निजी हाथों में मार्गों का परमिट जाने से कर्मियों में रोष व्याप्त है वहीं 2026 से कार्यरत विशेष श्रेणी-संविदा के चालक, परिचालक एवं कार्याशाला में तैनात कर्मचारियों को नियमित किया जाए। इधर काठगोदाम डिपो का संचालन हल्द्वानी से बस स्टेशन की बजाए काठगोदाम डिपो से किया जाए। इसके चलते हल्द्वानी स्टेशन से परिचालक को 12 किलोमीटर कम दिए जा रहे हैं। इस मौके पर दयाल जोशी, प्रदीप शर्मा, आनंद बिष्ट, शशिकांत गौतम, गर्वित तिवारी समेत कई लोग मौजूद रहे। 

निजी हाथों में परमिट जाने से 15 सेवाएं हो जाएगी बंद 
हल्द्वानी। निजी हाथों में परमिट जाने से रोडवेज की ओर से संचालित होने वाली 15 सेवाएं भी बंद हो जाएगी। इसमें मेरे बुजुर्ग, छात्रावास, राज्य आंदोलनकारी, विकलांग, स्वतंत्रता सेनानी, मान्यता प्राप्त पत्रकार समेत कुल 15 योजनाएं रोडवेज संचालित करता हैं। लेकिन निजी हाथों में परमिट जाने के बाद ये योजनाएं भी बंद होने की कगार पर पहुंच जाएगी।