मनरेगा: बरेली में महिलाओं को रोजगार देने में पिछड़े पांच ब्लाॅक, 23 प्रतिशत ही मिला काम

मनरेगा: बरेली में महिलाओं को रोजगार देने में पिछड़े पांच ब्लाॅक, 23 प्रतिशत ही मिला काम

फाइल फोटो

बरेली, अमृत विचार: महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) में महिलाओं को रोजगार देने में पांच ब्लॉक पिछड़ गए हैं जबकि वित्तीय वर्ष समाप्त होने में दो दिन शेष हैं। इस वित्तीय वर्ष में 23 प्रतिशत महिलाओं का रोजगार मिला है, जबकि मनरेगा में जॉब कार्डधारक परिवार की महिलाओं को भी 33 प्रतिशत रोजगार देने की व्यवस्था है।

एक जॉबकार्ड पर दर्ज परिवार के सभी सदस्यों का मिलाकर सौ दिन का रोजगार दिया जाता है। महिला श्रमिकों को रोजगार देने के लिए कार्ययोजना और कार्यस्थल पर विशेष ध्यान भी दिया जाता है। इस वित्तीय वर्ष में 28 मार्च तक 39,63,460 दिन का रोजगार सृजित किया जा चुका है, इसमें से 30,514 महिलाओं ने 9,17,728 दिन का काम किया है। 

महिलाओं को रोजगार देने में विकास खंड दमखोदा, फरीदपुर, क्यारा समेत पांच ब्लाक पिछड़े हुए हैं। डीसी मनरेगा मो. हबीब अंसारी का कहना है कि गांवों में कराए जाने वाले मनरेगा मद के विकास कार्यों में महिलाओं को वरीयता दिए जाने की जिम्मेदारी दी गई है। लापराही पर पिछड़े विकास खंड के कार्यक्रम अधिकारियों समेत अन्य की जिम्मेदारी तय की जाएगी।

ये हैं आंकड़ें-
2,58,678 कुल जॉबकार्ड धारक परिवार।
2,13,008 एक्टिव जॉबकार्ड धारक।
39,63,460 दिन रोजगार सृजन।
9,17,728 दिन महिलाओं को मिला काम।
46,76,500 दिन अन्य श्रमिकों ने किया काम।

यह भी पढ़ें- बरेली: किसान के पास हैं 250 क्विवंटल गेहूं तो गांव में ही होगी खरीद, शासन ने की ये व्यवस्था