बरेली: ...तो मुस्लिम वोटों के ध्रुवीकरण के लिए मौलाना तौकीर का तीर

मुस्लिमों का वोट चाहिए पर साथ नहीं खड़े हो रहे धर्मनिरपेक्ष दल

बरेली: ...तो मुस्लिम वोटों के ध्रुवीकरण के लिए मौलाना तौकीर का तीर

बरेली, अमृत विचार। लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के साथ शुरू हुई मौलाना तौकीर की सक्रियता पर 2010 के दंगे के केस में गैरजमानती वारंट जारी होने के बाद विराम लग गया था लेकिन सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद उन्हें दांव चलने का मौका मिल गया। आईएमसी जिलाध्यक्ष फरहत खान को चुनाव मैदान में उतारने के फैसले को फिलहाल मुस्लिम वोटों का ध्रुवीकरण की ही मंशा के तौर पर ही देखा जा रहा है। हालांकि यह देखना बाकी रहेगा कि मौलाना का यह तीर बरेली की चुनावी तस्वीर को बदल पाएगा या नहीं।

फरहत के नामांकन के बाद मौलाना तौकीर ने कहा कि इस चुनाव में भाजपा की साजिशों को बेनकाब किया जाएगा। एक तरफ खुली तानाशाही कर मुसलमानों के खिलाफ एजेंडा चला रही भाजपा को नाकाम करना है। दूसरी तरफ तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दल हैं जो मुसलमानों का वोट तो लेना चाहते हैं लेकिन उनके साथ खड़े नही रहना चाहते। मुस्लिम कयादत को खत्म करने की कोशिशें हो रही हैं। मौलाना ने कहा कि ऐसे लोगों से होशियार रहने की जरूरत है जो मुसलमानों के हमदर्द बनकर उनके वोट पर हक जता रहे हैं। शहर के अमन के लिए उनके किरदार भी दागदार हैं जो साजिश रचकर उन्हें नुकसान पहुंचा रहे हैं।

आईएमसी के मीडिया प्रभारी मुनीर इदरीसी ने बताया कि मौलाना तौकीर ने निर्देश दिए हैं कि सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता फरहत के चुनाव प्रचार के लिए घर-घर संपर्क करें। लोगों को उनके वोट की अहमियत को समझाएं और खुद की ताकत। फरहत के नामांकन के दौरान डॉ. नफीस खान, नदीम खान, मुनीर इदरीसी, अफजाल बेग, नदीम कुरैशी, मकदूम बेग, मौलाना एहसानुल हक चतुर्वेदी, तकदीरुल हसन, मुदस्सर मिर्जा, अल्तमश रजा समेत कई लोग मौजूद रहे।

तौकीर के चुनाव लड़ने की अटकलों पर विराम
तीन दिन पहले मौलाना तौकीर ने नगर निगम से नो ड्यूज सर्टिफिकेट लिया था तो कयास लगाए जाने लगे थे कि वह खुद चुनाव के मैदान में उतर सकते हैं। शुक्रवार को फरहत के नामांकन से इन अटकलों पर विराम लग गया। मुनीर इदरीसी ने बताया कि पार्टी सिंबल से चुनाव नहीं लड़ेगी। मौलाना तौकीर ने दलित और मुस्लिम मुद्दों की बात करने वाली पार्टियों को इकट्ठा कर सामाजिक न्याय मंच का गठन किया था। वह उनके प्रत्याशियों के समर्थन में भी चुनाव प्रचार करेंगे।

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